गर्मी से पहले निकाय चुनाव की गर्मी के लिए मध्यप्रदेश तैयार

भोपाल : प्रदेश की कांग्रेस सरकार मई महीने के पहले हफ्ते में निकाय चुनाव करा सकती है। दरअसल मौजूदा वार्ड पार्षदों का कार्यकाल 18 फरवरी को खत्म हो जाएगा। ऐसे में प्रदेश सरकार गर्मी के पहले ही निकाय चुनाव करा सकती है। इस संबंध में नगरीय विकास एवं आवास मंत्री जयवर्धन सिंह ने चर्चा की है। उन्होंने कहा कि किसी भी हालात में निकाय चुनाव मई के पहले हफ्ते में करा लिए जाएंगे। बैठक में यह भी बात उठी कि भोपाल नगर निगम को 2 हिस्सों में बांटने और इंदौर सहित अन्य निकायों के परमिशन का मामला न्यायालय में इन निकायों को छोड़कर बाकी के चुनाव कराए जा सकते हैं। मुख्यमंत्री ने जयवर्धन सिंह से कहा है कि निकाय चुनाव जल्दी कैसे हो सकते हैं ,इसका पूरा अध्ययन करके कैलेंडर बना कर लाएं इसके बाद में लिया जाएगा।  
देखिए द लोकनीति की भोपाल वार्डो की पड़ताल

 

 

 

 एक हक़ीक़त यह भी है ,विकाश के दावों का पोल खोलती यह वीडियो ,जिसमे साफ़ देखा जा सकता है कि विकाश के नाम पर सिर्फ वादे  किए गए ,काम के नाम पर ठन ठन गोपाल।   
क्या कहा आयोग ने 
आयोग के अधिकारियों ने बताया है कि 1 जनवरी 2020 की स्थिति मैं मतदाता सूची को अपडेट करने का काम चल रहा है जल्दी सूची को निकाय वार  बनाया जाएगा। 
कांग्रेस मई में क्यों करवाना चाहती है चुनाव 
 दरअसल प्रदेश सरकार नहीं चाहती है कि गर्मियों का असर नगर निकाय चुनाव में पड़े। क्योंकि गर्मियों में जल संकट और बिजली की आपूर्ति बड़ी परेशानी रहती है और इन दोनों मोर्चों पर अक्सर सरकार को आलोचना झेलनी पड़ती है। वहीं परमिशन में इंदौर में सबसे ज्यादा आपत्तियां आईं हैं। भोपाल का मामला भी कोर्ट में है ऐसे में सरकार को कोर्ट के फैसले का इंतजार करना पड़ेगा। इस बार कांग्रेस ने महापौर का प्रत्यक्ष चुनाव बंद करके पार्षदों में से ही महापौर चुनने का नियम लागू किया है , जिसका भाजपा विरोध कर रही है। ऐसे में कांग्रेस सारे समीकरण समझकर ही निर्णय लेना चाहती है। गर्मी से पहले निकाय चुनव की गर्मी के लिए मध्यप्रदेश तैयार 

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