जबलपुर के निजी अस्पताल में ऑक्सीजन मास्क हटने से बुजुर्ग महिला की मौत
जबलपुर: जबलपुर के एक निजी अस्पताल में गुरुवार सुबह 63 साल की एक महिला की ऑक्सीजन मॉस्क हटने से मौत हो गई. जिसके बाद नाराज परिजनों ने अस्पताल में हंगामा शुरू कर दिया और अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि कैंसर बताकर महंगा इलाज करते रहे. रात में ICU का गेट बंद कर स्टाफ सो गया था. इसी दौरान ऑक्सीजन मास्क हट गया. स्टाफ को जानकारी दी तो उसने कहा कि मास्क फट गया है. इसके बाद दूसरा मास्क खरीदकर दिया गया. कुछ घंटे बाद बताया गया कि दादी की मौत हो गई. वहीं, अस्पताल प्रबंधन ने आरोप को बेबुनियाद बताते हुए कहा कि मरीज की हालत गंभीर थी.
जीसीएसफ इस्टेट गोकलपुर निवासी शांतिबाई (63) के पति रामलिंगम जीसीएफ कर्मी थे. उनके निधन के बाद से शांतिबाई को पेंशन मिल रही थीं. उनका CGHS (Central Government Health Scheme) कार्ड भी बना था. दो अगस्त को उन्हें सांस लेने में परेशानी हुई. मृतका के पोते आकाश के मुताबिक, दादी शांतिबाई को रसल चौक स्थित जबलपुर हॉस्पिटल लाया था. यहां डॉक्टरों ने पहले कोविड टेस्ट कराया और उनकी रिपोर्ट नार्मल आई थी. इसके बाद उन्हें ICU में भर्ती करके उन्हें ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया था.
आकाश ने आरोप लगाया कि अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही से उनकी दादी की मौत हुई. डॉक्टर मर्ज ही नहीं पकड़ पाए और कैंसर सहित दूसरी बीमारियों का इलाज करते रहे.
उधर, जबलपुर अस्पताल प्रबंधन का दावा है कि मरीज गंभीर हालत में थीं. उनका प्रॉपर इलाज हुआ. अस्पताल ने अपनी ओर से बेस्ट प्रयास किया, लेकिन दुर्भाग्य से उन्हें बचाया नहीं जा सका. परिजन बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं.