भोपाल:- ऑक्सीजन सिलेंडर के साथ मिंटो हॉल के सामने बैठे कांग्रेस विधायक, ऑक्सीजन की किल्लत को लेकर धरना प्रदर्शन
मध्यप्रदेश में कोरोना का संक्रमण तेजी से फैलता जा रहा है सबसे ज्यादा मामले इंदौर और राजधानी भोपाल से सामने आ रहे हैं.
ऑक्सीजन सिलेंडर की किल्लत हो रही है साथ ही अस्पतालों में बेड कम हो गए हैं. ऑक्सीजन की किल्लत को लेकर अब कांग्रेस विधायक धरना प्रदर्शन शुरू कर चुके हैं. कांग्रेस के तीन विधायक आज मिंटो हॉल के सामने ऑक्सीजन सिलेंडर लेकर धरना कर रहे हैं इसमें विधायक जीतू पटवारी भी शामिल है.
इंदौर और भोपाल के यह हैं आंकड़े :-
कोरोना भयावह रूप लेता जा रहा है मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में कोरोना संक्रमित मरीज़ो के आकड़ो के साथ साथ मौत का आकड़ा भी लगातार बढ़ता जा रहा हैं। हालात तो ऐसे हो गए कि भदभदा विश्रामघाट, सुभाष नगर विश्राम घाट और झदा कब्रिस्तान में भी जगहें कम पड़ने लगी हैं। लेकिन सरकारी रिकॉर्ड में मौत का आकड़ा बेहद कम हैं। सरकारी रिकॉर्ड के मुताबिक हर रोज़ भोपाल 2 से 3 या फिर 3 से 5 मौते दर्ज हो रहीं हैं। जबकि हकीकत ये है कि शव ज़्यादा है और जगह कम हैं।
प्रदेश में मंगलवार काे 8998 नए संक्रमित मिले। यह पूरे काेराेनाकाल का सबसे बड़ा आंकड़ा हैं। 40 काेविड मरीजाें की माैत भी हुई। वहीं, भाेपाल में 1497 मरीज मिले और 84 शवाें का काेविड प्राेटाेकाॅल के तहत अंतिम संस्कार हुआ। इनमें 64 भाेपाल के हैं। वहीं, सरकार का कहना है कि पूरे प्रदेश में काेराेना से सिर्फ 40 माैतें हुई हैं। इन्हें मिलाकर अब तक काेराेना से 4261 लाेग जान गंवा चुके हैं। अब प्रदेश में कोरोना के एक्टिव मरीज 43539 हो गए हैं।
बता दे कि बीते 24 घंटे में प्रदेश में 2509 मरीज, 4888 एक्टिव केस और संक्रमण दर 2.1 फीसदी बढ़ चुकी हैं।
जो खबरें सामने आई है उसके मुताबिक मंगलवार को भदभदा, सुभाषनगर विश्राम घाट और झदा कब्रिस्तान पर 84 शवों का कोविड प्रोटोकॉल से अंतिम संस्कार हुआ। भदभदा पर हालात ऐसे हैं कि जगह कम पड़ गई तो 30 नए चिता स्थल बनाना शुरू कर दिए हैं, जबकि 30 चार दिन पहले ही बने हैं। कोरोना का कहर ऐसा कि पिछले पांच दिनों से रोज 50 से ज्यादा शव श्मशानों-कब्रिस्तानों में पहुंच रहे हैं। लेकिन सरकारी आंकड़ों में इन 5 दिनों में सिर्फ 10 मौतें दर्ज हैं। आज जब शहर में 84 अंतिम संस्कार हुए तो सरकारी आंकड़ों में भोपाल में सिर्फ 4 मौतें लिखी गईं.
इंदौर में कोरोना बेकाबू होता जा रहा हैं। यहां आए दिन रिकॉर्ड तोड़ मामले सामने आ रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग के नियमित बुलेटिन के मुताबिक, पिछले 24 घंटे के दौरान इंदौर जिले में संक्रमण के 1552 नये मामले सामने आए जो दैनिक स्तर पर अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा हैं। यहां संक्रमण की दर 18 प्रतिशत हैं। जबकि पिछले 24 घंटे के दौरान जिले में छह मरीजों ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।
हालात ये है कि अस्पतालों में बेड और ऑक्सीजन की किल्लत शुरू हो गई हैं।
इसी बीच इंदौर के पलासिया क्षेत्र के ग्रेटर कैलाश हॉस्पिटल से एक मामला सामने आया जहां कोविड-19 के मरीज को बिस्तर नहीं मिलने पर आक्रोशित परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा करने के साथ तोड़-फोड़ की।
अस्पताल के संचालक अनिल बंडी ने बताया, 'हमारे स्टाफ ने मरीज के परिजनों से कहा कि बिस्तर खाली नहीं होने के चलते हम फिलहाल उसे भर्ती नहीं कर सकते। इस बात पर मरीज के परिजनों ने हमारे स्टाफ से विवाद करते हुए मेज की वे पारदर्शी शीट तोड़ दीं जो कोविड-19 से बचाव के लिए लगाई गई थीं। अनिल बंडी ने बताया की हॉस्पिटल में कोविड-19 के मरीजों के लिए कुल 90 बिस्तर हैं जो पहले ही भर चुके हैं।
इधर, थाने के प्रभारी संजय बैस ने बताया कि तोड़-फोड़ की घटना को लेकर अस्पताल प्रबंधन की ओर से फिलहाल कोई प्राथमिकी नहीं दर्ज कराई गई हैं। उन्होंने बताया कि उस मरीज की पहचान नहीं हो सकी है जिसके परिजनों ने इस घटना को अंजाम दिया हैं.