जबलपुर के लिए दोहरी खुशियां 11 मरीजों ने जीती कोरोना से जंग , मेडिकल में शुरू हुई कोरोना की जांच,

मध्यप्रदेश/जबलपुर (Jabalpur) -: कोविड-19 (Covid-19 ) वायरस के संक्रमण की रोकथाम की दिशा में शनिवार का दिन जबलपुर के लिए एक नहीं दो-दो  खुशियां लेकर आया। एक साइड नेताजी सुभाष चंद्र बोस(Netaji subhashchandr bos)मेडिकल कॉलेज अस्पताल के वायरोलॉजी लैब में कोविड-19  की जांच प्रारंभ हुई वहीं दूसरी तरफ एक साथ 11 मरीज कोरोना से जंग जीतकर अस्पताल से घर के लिए रवाना हुए। अस्पताल से रवाना होते समय मरीजों ने मेडिकल के डॉक्टरों व अपने आराध्य के जयकारे लगाए। सभी ने उपचार व देखभाल व्यवस्था के साथ मूलभूत सुविधाओं की प्रसंसा व सराहना की।और यहाँ रिकॉर्ड 21 दिन में कोरोना लैब स्थापित की गई। 8 मई को एम्स दिल्ली से आदेश मिलने के 24 घंटे के अंदर मेडिकल में कोरोना की जांच प्रारंभ कर दी गई। आप को पता हो कि महाकोशल क्षेत्र में अब तक सिर्फ आईसीएमआर (ICMR)एनआईआरटीएच(NIRTH) में कोरोना सैंपल की जांच सुविधा थी, शनिवार से इस कड़ी में मेडिकल कॉलेज का नाम शुमार हो गया।

ये लोगो ने जीती कोरोना से जंगः

कोरोना से जंग जीतकर 16 दिन अपने-अपने घर रवाना होने वालों में उत्तम चंद जैन 74 साल उम्र, समुंदी बाई जैन 68 साल उम्र, वंदना राठौर 54 साल उम्र, संजय जैन 52 साल उम्र, संध्या जैन 48 साल उम्र, ब्रिजेश जैन 46साल उम्र, सुदेश जैन 45 साल उम्र, सरिता जैन 44 साल उम्र, सजल राठौर 21साल उम्र, रितिक जैन 20 साल उम्र, एवं संदीप तिवारी 22 साल उम्र  शामिल हैं। इनमें संदीप जैन पाटन और शेष सराफा दरहाई के निवासी हैं, जिनकी कोरोना की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद 24 अप्रैल को मेडिकल में भर्ती कराया गया था।

अस्पताल आते टाइम डर के कारण बहुत ही रोई थी, अब कहती हूं बीमारी हो तो न छुपाएं अस्पताल जाएं:

कोरोना की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद अस्पताल आते टाइम डर के कारण रोई थी। मन में तरह-तरह की सका हो रही थी।  यही ख्याल आ रहा था कि अस्पताल में न जाने क्या होगा।  अब कहती हूं कि लोग कोरोना को न छुपाएं, किसी भी तरह का लक्षण सामने आए तो बिना देर किए अस्पताल जाएं। वे पूरा भरोसा रखें कि मेडिकल में उपचार व देखभाल की व्यवस्था उन्हें जीने की एक नई प्रेरणा देगी। अस्पताल से घर रवाना होते टाइम यह बातें दरहाई निवासी सरिता जैन ने कहीं। इसी प्रकार सभी उत्तमचंद जैन, समुंदी बाई जैन, संजय जैन, संदीप तिवारी ने कहा कि अस्पताल में भर्ती रहने के दौरान चाय, नाश्ता, भोजन का बेहतर प्रबंध किया गया। सीनियर व जूनियर डॉक्टरों, स्वास्थ्य कर्मचारियों ने भरपूर सहयोग किया। मेडिकल कॉलेज के कोविड-19 प्रभारी डॉ. संजय भारती( Sanjy bharti) ने बताया कि स्वस्थ्य होकर घर लौटने वालों ने उपचार प्रक्रिया के दौरान व्यवस्था में भरपूर सहयोग प्रदान किया।

 अब 40 सैंपल से शुरूआत, रोजाना हो सकेगी 90 सैंपल की जांच-

शनिवार को कोरोना के 40 सैंपल की जांच से मेडिकल कॉलेज के वायरोलॉजी लैब की शुरुआत हो चुकी है । लैब में रोजाना 24 घंटे में 90 सैंपल की जांच की जा सकेगी। मेडिकल कॉलेज अस्पताल के डीन डॉ. प्रदीप कसार(Pradip ksar) ने बताया कि लैब में एक बार में कोरोना के 45 सैंपल की जांच होगी। जांच प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद लैब को सैनिटाइज कर संक्रमण रहित किया जाएगा। जिसके बाद पुनः 45 और सैंपल की जांच की जा सकेगी। बतया जा रहा कि रिकॉर्ड टाइम में लैब की स्थापना में माइक्रोबायोलॉजी विभागाध्यक्ष डॉ रिति सेठ(Riti seth), समस्त चिकित्सा शिक्षक, लैब टेक्नीशियन, लैब असिस्टेंट, लैब अटेंडेंट व लोक निर्माण विभाग का सहयोग रहा। लॉकडाउन की विषम परिस्थति में प्रदेश व बाहर के राज्यों से उपकरण व अन्य सामग्री की आपूर्ति का कठिन कार्य भी वरिष्ठ अधिकारियों के हस्तक्षेप से आसान हो पाया। विभाग के चिकित्सकों व टेक्नीशियनों की ट्रेनिंग आईसीएमआर(ICMR) में कराई गई।

 अब घर लौटेने पर हुआ स्वागत

मेडिकल से सही होकर सराफा दरहाई के 10 मरीज जब घर लौटे तो उनका जबरजस्त स्वागत किया गया। क्षेत्र में जश्न का माहौल था। क्षेत्रीय निवासी मुकेश राठौर का कहना था कि कंटेनमेंट जोन होने के कारण कई दिनों से यहां कड़ाई से लॉकडाउन का पालन कराया जा रहा है। लेकिन अब क्षेत्र के कोरोना मरीज ठीक होकर वापस लौटे हैं तो लोगों में जश्न का माहौल है जिसके बाद उनका स्वागत किया गया और लोगों ने जल्द क्षेत्र खुलने की कामना की है।

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