धार कारम बांध लीकेज मामला : जांच दल ने सौंपी रिपोर्ट, ठेकेदार और अधिकारियों को क्लीनचिट देने की तैयारी!
धार : मध्य प्रदेश के धार जिले के कारम बांध लीकेज मामले में 15 अगस्त को सरकार ने जल संसाधन विभाग के अपर सचिव आशीष कुमार की अध्यक्षता में जांच दल गठित किया था। इसमें राष्ट्रीय जल विज्ञान संस्थान क्षेत्रीय केंद्र भोपाल के वैज्ञानिक डॉ. राहुल कुमार जायसवाल, मुख्य अभियंता ब्यूरो ऑफ डिजाइन एंड हायडल, जल संसाधन भोपाल दीपक सातपुते और संचालक बांध सुरक्षा भोपाल अनिल सिंह को शामिल किया गया था।
इस, गठित टीम ने अपनी रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंप दी है। जांच दल ने पाया कि बांध के निर्माण में स्थानीय स्तर पर भारी लापरवाही बरती गई और बांध में पानी भरने में जल्दबाजी भी की गई।
रिपोर्ट में पाया गया कि बीते 11 अगस्त को रक्षाबंधन था। उसी दौरान बांध में जलस्तर बढ़ रहा था। फिर भी ठेकेदार के कर्मचारी और सरकारी कर्मचारी बांध छोड़कर चले गए थे।
जांच दल ने बांध की पाल में कई खामियां गिनाई हैं। रिपोर्ट में बताया गया है कि बांध की पाल काली मिट्टी से तैयार की गई है, लेकिन उसे ऊपर से पत्थर और मुरम से कवर नहीं किया गया। मिट्टी में कंकड़ भी थे, जिस वजह से पानी भरने से मिट्टी में कटाव शुरू हो गया और बांध की पाल से पानी रिसने लगा।
वहीं मैदानी स्तर पर बांध निर्माण की देखरेख का जिम्मा संभालने वाले अधिकारियों की भी लापरवाही सामने आई है। उन्होंने लगातार निगरानी नहीं की। जबकि उन्हें तय मापदंड के मुताबिक हर स्तर पर बारीकी से निगरानी करनी थी।
बताया जा रहा है कि रिपोर्ट में ठेकेदार और अधिकारियों को क्लीनचिट देने की तैयारी कर ली गई है।