भारत जोड़ो यात्रा : मेरे साथ कोई चले न चले, मैं अकेला चलूंगा : राहुल गांधी
नई दिल्ली : सोमवार को सिविल सोसायटी के कई प्रमुख लोगों के साथ कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पार्टी की प्रस्तावित ‘भारत जोड़ो’ यात्रा के संदर्भ में बैठक की।
इस दौरान राहुल गांधी ने कहा की ‘‘भारत की राजनीति का ध्रुवीकरण हो गया है। हम अपनी यात्रा में लोगों को बताएंगे कि कैसे एक तरफ आरएसएस की विचारधारा है और दूसरी तरफ हम लोगों की सबको साथ लेकर चलने की विचारधारा है। हम इस विश्वास को लेकर यात्रा शुरु कर रहे हैं कि भारत के लोग तोड़ने की नहीं, बल्कि जोड़ने की राजनीति चाहते हैं।
राहुल गांधी ने सिविल सोसायटी के प्रतिनिधियों से कहा, ‘‘मैं जानता हूं कि यह (देश को जोड़ने की) लंबी लड़ाई है। मैं इस लड़ाई के लिए तैयार हूं। उन्होंने कहा कि यह यात्रा उनके लिए ‘तपस्या’ की तरह है।
वहीं, बैठक में राहुल गांधी ने ये भी कहा कि इस यात्रा में मेरे साथ कोई चले न चले, मैं अकेला चलूंगा। उन्होंने कहा कि वह इस यात्रा को अपने लिए तपस्या मानते हैं।
बता दे कि कांग्रेस की “भारत जोड़ो यात्रा” सात सितंबर को तमिलनाडु के कन्याकुमारी से आरंभ होगी, जो 3500 किलोमीटर की दूरी तय करते हुए कश्मीर में समाप्त होगी।