नई दिल्ली/आयुषी जैन: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह हाल ही में 4 दिन के रूस के दौरे पर थे । इसी दौरे के दौरान उन्होंने चीन के रक्षा मंत्री वेई फेंगही के साथ मीटिंग भी की, ये मीटिंग दोनों नेताओं के बीच करीब 2 घंटे 20 मिनट तक चली । भारत-चीन सीमा पर चल रहे तनाव के बीच इस मीटिंग को बीजेपी के ही सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने बड़ी भूल करार दिया है। यही नही उन्होंने चीन के रक्षा मंत्री के साथ होने वाली अगली मीटिंग को भी रद्द करने की अपील की है ।
बीजेपी के वरिष्ठ सांसद सुब्रमण्यम स्वामी अपने ट्वीट में लिखा, “हमारे अच्छे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को चीनी रक्षा मंत्री से मिलने के लिए सहमत नहीं होना चाहिए था, भले ही वह मिलना चाहते हों. यह सामूहिक निर्णय होना चाहिए था. मेरी निजी राय है कि चीन के रक्षा मंत्री से मिलना बड़ी भूल थी.”
इसके तुरंत बाद ही सुब्रमण्यम स्वामी ने 1 और ट्वीट किया और लिखा, “भारत को अगले सप्ताह होने वाले चीनी विदेश मंत्री के साथ हमारे विदेश मंत्री की प्रस्तावित बैठक को रद्द कर देना चाहिए. यह बेकार है क्योंकि भारत चाहता है कि चीन कब्जे वाले भारतीय क्षेत्र को खाली कर दिया जाए, लेकिन चीन इसे भारतीय क्षेत्र के रूप में मान्यता नहीं देता है. इसलिए खाली नहीं करेगा.”
मई की शुरुआत में पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर पैदा हुए तनाव के बाद दोनों देशों के बीच यह पहली उच्चस्तरीय आमने-सामने की बैठक हुई थी । यह बैठक आठ राष्ट्रों के संघई सहयोग संगठन के रक्षामंत्रियों की बैठक से अलग हुई थी ।
सूत्रों का कहना है कि राजनाथ सिंह ने वेई को साफ तौर पर कह दिया है कि भारत “अपनी एक इंच जमीन भी नहीं छोड़ेगा” और देश की संप्रभुता व अखंडता की “हर कीमत” पर रक्षा करने के लिये प्रतिबद्ध है.