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दमोह : टेस्टिंग सर्टिफिकेट के बिना ही पास किया कपड़ा, एनआरएलएम अधिकारियों का एक और कारनामा

टेस्टिंग सर्टिफिकेट के बिना ही पास किया कपड़ा,
एनआरएलएम अधिकारियों का एक और कारनामा
-कई अधिकारी और नेता होंगे बेनकाब
-द लोकनीति की खबर के बाद कलेक्टर ने कहा जांच करेंगे
दमोह से शंकर दुबे की रिपोर्ट : – 
छात्रों की गणवेश निर्माण के मामले में एनआरएलएम का एक और गड़बड़झाला सामने आया है। विभाग को कपड़े की जांच बुरहानपुर लैब से कराना थी जो कि कराई ही नहीं गई। वहीं कलेक्टर ने जांच कराने की बात कही है। 
         गणवेश निर्माण में हुए बड़े घोटाले मैं एक के बाद एक कई लोगों के नाम सामने आ रहे हैं जो पूरे मामले में संलिप्त हैं। इसमें अधिकारियों से लेकर एक नामी व्यापारी भी शामिल है। गौरतलब है कि ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा राज्य शिक्षा केंद्र के आदेश के बाद जिलेभर के करीब ढाई लाख गणवेश का वितरण आगामी सत्र में छात्रों को किया जाना है। जिसके लिए शासन की गाइड लाइन के अनुसार इन गणवेश का निर्माण स्व सहायता समूह से कराया जाना था। लेकिन निजी संस्थान को काम सौंपे जाने के बाद अब इस पर सवाल खड़े हो रहे हैं। 
 यह था नियम : –
गाइड लाइन के अनुसार कपड़े की गुणवत्ता 67-33 के अनुपात में होना थी। इसमें 2% प्लस माइनस की संभावना रखी गई है कपड़े में 67% पॉलिस्टर तथा 33% कॉटन या विस्कॉन मिक्स कपड़ा इस्तेमाल किया जाना है। लेकिन अधिकारियों ने इसका ध्यान ही नहीं रखा। सबसे अहम बात यह है कि प्रत्येक लॉट की बुरहानपुर की सरकारी टेक्सटाइल टेस्टिंग लैब से जांच होना थी। लेकिन हैरानी की बात यह है कि मात्र दो ही लॉट की जांच हुई है। बाकी तमाम लॉट बिना जांच के ही पास कर सिलाई का काम शुरू करा दिया गया।
 कौन है सप्लायर : –
एन आर एल एम को कपड़ा सप्लाई के लिए निविदाएं आमंत्रित कर सबसे कम रेट वाली संस्था को आर्डर देना था। लेकिन गुपचुप तरीके से बगैर विज्ञप्ति प्रकाशन किए हुए ही अलग अलग नाम से कुछ टेंडर डाल दिए गए और एक पूर्व मंत्री और भाजपा के कद्दावर नेता के चहेते व्यक्ति को कपड़ा सप्लाई का ठेका दे दिया गया। इस मामले में कुछ बड़े नेता भी शामिल हैं इसीलिए इस पूरे मामले को दबाए रखने और जांच न करने के प्रयास किए जा रहे हैं। क्योंकि यह बात प्रशासनिक अधिकारी भी अच्छी तरह से जानते हैं कि यदि पूरा मामला खुल गया तो इसमें कई बड़े नेता और कई अधिकारी बेनकाब हो जाएंगे।
 अब आगे क्या : –
द लोकनीति द्वारा लगातार यह मामला उजागर किए जाने के बाद अधिकारी जवाब नहीं दे पा रहे हैं। लिहाजा कलेक्टर तरुण राठी ने कहा आज कहा कि एन आर एल एम के डीपीओ श्याम गौतम पितृशोक के कारण फिलहाल अवकाश पर हैं। इसलिए उनके आने के बाद मामले की जांच कराई जाएगी और जो भी व्यक्ति दोषी होगा उसके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।

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