मध्यप्रदेश/दमोह : मध्यप्रदेश के दमोह उपचुनाव में हार का मुंह देखने वाली भाजपा में अंतर कलह और दर्द उभरकर सामने आने लगा हैं। दरअसल, रविवार को दमोह सीट पर हुए उपचुनाव के नतीजे घोषित किए गए जिसमें कांग्रेस के उम्मीदवार अजय टंडन को भारी मतों से जीत हासिल हुई। अजय टंडन ने बीजेपी के राहुल लोधी को 17089 मतों से पराजित किया।
केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल लिखा कि दमोह के नतीजों ने भविष्य की चुनौतियों, षडयंत्र और कार्यप्रणाली में सुधार के संकेत दिए हैं। सिर्फ प्रहलाद ही नहीं भाजपा की ओर से प्रत्याशी रहे राहुल लोधी को भाजपा परिवार में लाने की राह बनाने वाले दूसरे राजनेताओं में भी नाराजगी हैं।
वहीं, चुनाव हारने के बाद राहुल लोधी ने हार के लिए पूर्व मंत्री जयंत मलैया को जिम्मेदार ठहराया हैं। उन्होंने कहा कि मलैया परिवार ही मूल रूप से चुनाव हराने का जिम्मेदार हैं। मलैया जी के पास पूरे शहर की जिम्मेदारी हैं। हम उनके वार्ड से भी हार गए।
इधर, राहुल लोधी के इन आरोपों पर पूर्व मंत्री जयंत मलैया ने कहा कि राहुल के खिलाफ जनता में आक्रोश था। जयंत मलैया ने कहा कि दल बदल और उनका परफार्मेंस खराब था। सोची समझी साजिश के साथ राहुल ने मेरा नाम लिया हैं।
मलैया ने कहा, जहां सीएम व प्रदेश अध्यक्ष ने सभाएं की, वहां भी भाजपा को हार मिली। प्रहलाद पटेल के क्षेत्र में भी पार्टी को समर्थन नहीं मिला। जनता पहले ही मन बना चुकी थी कि किसे वोट देना हैं। पार्टी जनता की नब्ज समझने में भूल कर गई।
इन सबके बीच सियासी गलियारों में राहुल लोधी सहित दो अन्य निगम अध्यक्षों से जल्द इस्तीफे लिए जाने की चर्चा हैं। इसके पीछे इन तीनों ही अध्यक्षों के पार्टी लाइन से बाहर जाकर बयानबाजी करना बताया जा रहा हैं। इसमें वेयर हाउसिंग कॉर्पोरेशन के अध्यक्ष राहुल लोधी, नगरिक आपूर्ति खाद्य निगम के अध्यक्ष प्रदुम्न लोधी और खनिज विकास निगम के अध्यक्ष प्रदीप जायसवाल के नाम शामिल हैं।