मध्यप्रदेश/दमोह : दमोह उपचुनाव बीजेपी और कांग्रेस के लिए साख का सवाल बन गया हैं। 17 अप्रैल को मतदान से पहले आखिरी दौर में बीजेपी और कांग्रेस जनता के बीच पहुंच कर माहौल अपने पक्ष में करने की कोशिश में हैं। यही कारण है की तेजी के साथ चढ़ रहे पारे के बीच दमोह उप चुनाव का आखिरी दौर में प्रचार सबसे ज्यादा गर्म रहने वाला हैं।
दरअसल, आखिरी चरण के चुनाव प्रचार में बीजेपी और कांग्रेस के दिग्गज जोर लगाने के लिए तैयार हैं। दोनों दलों के दिग्गज दिग्विजय सिंह, कमलनाथ, उमा भारती, शिवराज और ज्योतिरादित्य सिंधिया पसीना बहाते नजर आएंगे।
कांग्रेस की बात करे तो पार्टी ने अब तक उपचुनाव से दुरी बनाए हुए दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह और मुकुल वासनिक को उतारने की तैयारी कर ली हैं। पार्टी की तरफ से दिग्विजय सिंह 10 अप्रैल को दमोह में चुनाव प्रचार करेंगे। 12 और 13 अप्रैल को प्रदेश प्रभारी मुकुल वासनिक उपचुनाव की कमान संभालेंगे। जबकि कमलनाथ खुद मैदान में डटे हुए हैं। आखिरी दौर के प्रचार में कमलनाथ 14 अप्रैल को दमोह में कांग्रेस के पक्ष में प्रचार करेंगे। कांग्रेस की कोशिश है कि 2018 के चुनाव में जिस सीट को पार्टी ने बीजेपी के कब्जे से हासिल किया था, 2021 के उपचुनाव में उस जीत को बरकरार रखा जा सके।
इधर, अपनी परंपरागत सीट पर दोबारा जीत के लिए बीजेपी भी आखिरी दौर में दिग्गजों को उतार रही हैं। दमोह उप चुनाव से अब तक दूर रहने वाले बीजेपी नेता और राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया को पार्टी आखिरी दौर के प्रचार में उतारेगी। सिंधिया 13 और 14 अप्रैल को दमोह में बीजेपी उम्मीदवार राहुल सिंह के पक्ष में चुनाव प्रचार करेंगे।
बीजेपी के दिग्गजों के चुनाव प्रचार कार्यक्रम पर नजर डालें तो 8 अप्रैल को उमा भारती, सीएम शिवराज, मुरलीधर राव और 13 और 14 अप्रैल को ज्योतिरादित्य सिंधिया, केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल चुनाव प्रचार करेंगे।
गौरतलब है कि मध्यप्रदेश की दमोह सीट कांग्रेस और बीजेपी दोनों के लिए प्रतिष्ठा का मुद्दा बन गई हैं। कांग्रेस की कोशिश इस पर अपना कब्ज़ा बरकरार रखने की है वहीं बीजेपी इसे वापिस पाना चाहती हैं। यहां 17 अप्रैल को मतदान के बाद रिजल्ट 2 मई को आएगा।