
भू माफियाओं के आगे बोना पड़ा प्रशासन
दर्जनों पुलिसकर्मियों और अधिकारियों की मौजूदगी में तोड़े अतिक्रमण
दमोह से शंकर दुबे की रिपोर्ट : – शहर में भू माफियाओं के हौसले इतने बुलंद है कि महज एक कमरा और दो बाउंड्री वॉल तोड़ने के लिए भारी पुलिस तैनात करना पड़ा। मामला स्थानीय जटाशंकर बीड़ी कॉलोनी का है।
आज दोपहर नगर पालिका और राजस्व अमले की टीम जब जटाशंकर कॉलोनी अतिक्रमण हटाने पहुंची तो उसे भू माफियाओं के अतिक्रमण हटाने के लिए भारी पुलिस बल का सहारा लेना पड़ा। तहसीलदार द्वय बबीता राठौर और दिनेश असाटी तथा सीएसपी अभिषेक तिवारी की मौजूदगी में नगर पालिका ने अतिक्रमण गिराए। मालूम हो कि जटाशंकर बीड़ी कॉलोनी सहित शहर के तमाम इलाकों में जहां सरकारी जमीन है भूमाफिया अतिक्रमण कर उन्हें बेच रहे हैं। हैरानी की बात यह है कि आज जो अतिक्रमण गिराए गए हैं वह अतिक्रमण नगर पालिका के एक कर्मचारी द्वारा ही किया गया था। आज जटाशंकर कॉलोनी में एक शिकायत के बाद बड़ी संख्या में प्रशासनिक अधिकारी और पुलिस बल मौजूद रहा। जिसके बाद नगर पालिका ने बीच सड़क पर रोड बंद करके बनाए गए पक्के अतिक्रमण तथा बाउंड्री वाल को ध्वस्त किया गया। तहसीलदार बबीता राठौर ने बताया कि भूमाफिया शर्मा बंधुओं द्वारा जहां-तहां कब्जे कर सरकारी जमीनें बेची जा रही हैं जिसकी शिकायत प्राप्त हुई थी। इसके बाद यह कार्यवाही की गई है। श्रीमती राठौर ने कहा कि जिस भूमाफिया द्वारा कब्जा किया गया था उसका एक भाई पुलिस विभाग में तथा दूसरा भाई नगरपालिका में पदस्थ है। जो कि कराता है। अन्य भाइयों का पूरी कॉलोनी में दबदबा तथा गुंडागर्दी है । जिनकी दहशत के कारण लोग शिकायत भी नहीं करते हैं। इसी कारण से यहां पर अतिक्रमण किया जा रहा है। कुछ स्थानीय लोगों ने नाम का खुलासा न करने की शर्त पर बताया कि कुछ भूमाफिया शहर में खुलेआम सरकारी जमीन पर कब्जा करके उन्हें लाखों रुपए में बेच रहे हैं। इस बात की शिकायत करो तो उनके साथ मारपीट की जाती है इसलिए कोई लिखित में शिकायत नहीं करता है। इस संबंध में जब मुख्य नगर पालिका अधिकारी श्री कतरोलिया से नगरपालिका कर्मचारी के विरुद्ध कार्यवाही के संबंध में सवाल किया गया तो वह कोई जवाब नहीं दे सके। इससे इतना स्पष्ट है कि नगर पालिका के अधिकारी गलत कार्य करने वाले अपने ही कर्मचारी के विरुद्ध कोई कार्यवाही नहीं करते हैं ? या यह कहें कि वह कार्यवाही नहीं करना चाहते हैं । संभव है कि ऐसा न करने के पीछे नगर पालिका के संबंधित विभाग के अधिकारियों को इस खेल में शामिल कर लिया जाता है तथा उन्हें भी हिस्से के रूप में मोटी रकम मिलती होगी ?अन्यथा ऐसा कोई कारण नहीं है कि शहर में भू माफियाओं के विरुद्ध कार्रवाई ना की जाए।जटाशंकर कॉलोनी की बात कचौरा मार्केट में फल सब्जी वालों की भी कुछ अतिक्रमण प्रशासन ने हटवाए।
नोटिस के बाद भी नहीं हटाया अतिक्रमण : –
तहसीलदार राठौर ने कहा कि 15 दिन पहले शर्मा बंधुओं को नोटिस जारी कर अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए गए थे। लेकिन उन्होंने अतिक्रमण नहीं हटाया। तहसीलदार के इस कथन से यह तो साफ हो गया है कि भू माफियाओं को अब प्रशासनिक कार्यवाई का कोई भय नहीं रह गया है।