- मुख्यमंत्री कमलनाथ ने प्रज्ञा के विवादित बयान को लेकर किया ट्वीट।
- भारतीय जनता पार्टी पर उठाया सवाल,जानिए क्या हैं पूरी बात हमारी इस रिपोर्ट में।
साध्वी प्रज्ञा के गोडसे वाले बयान को लेकर उन्हें फिर एक बार कटघरे में खड़ा कर दिया गया है। वहीं लोगो ने उन पर निन्दनीय बयान देने का आरोप भी लगाया हैं। जिस पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ सिंह ने भी अपने ट्वीट में प्रज्ञा ठाकुर को लेकर बयान दिया है। हम आपको बताते हैं क्या है पूरी बात- लोकसभा में एसपीजी बिल पर बहस के दौरान साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को लेकर फिर एक बार विवादास्पद बयान दिया है।साध्वी के बयान को हालांकि लोकसभा की कार्यवाही से बाहर कर दिया गया है। लेकिन प्रदेश के नेताओं ने उनके बयान की आलोचना की है। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने साध्वी के बयान की आलोचना करते हुए कहा कि,भारतीय जनता पार्टी को स्पष्ट करना चाहिए कि वह गांधी के साथ है या कुर्सी के साथ।
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अपने ट्वीट में यह भी कहा कि,राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताने पर भोपाल की भाजपा सांसद प्रज्ञा ठाकुर को दिल से कभी माफ नहीं करने की बात करने वाले मोदी जी को अब लोकतंत्र के पवित्र मंदिर संसद में इसी बयान को दोहराने पर सांसद प्रज्ञा ठाकुर को कतई माफ नहीं करना चाहिए। देश तो उन्हें इस बयान के लिए कभी माफ नहीं करेगा। भाजपा से अब देश जानना चाहता है, कि वह गोडसे के साथ है या गांधी के साथ अब यह स्पष्ट करना चाहिए। यदि भाजपा गांधी के साथ है तो गांधी के हत्यारे को महिमामंडित करने वालों पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही करना चाहिए।
सामान्य प्रशासन मंत्री डॉक्टर गोविंद सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सांसद प्रज्ञा ठाकुर के खिलाफ सख्त कार्रवाई करना चाहिए। जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने कहा लोकसभा अध्यक्ष सांसद प्रज्ञा की सदस्यता समाप्त करें। कांग्रेस प्रवक्ता पंकज चतुर्वेदी ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि बीजेपी का गांधीवाद खोखला है।वहीं बीजेपी की शह के कारण साध्वी प्रज्ञा ने संसद में गोडसे को देशभक्त कहा, साध्वी प्रज्ञा को संसद से बर्खास्त किया जाना चाहिए।