Kamalnath के नेतृत्व में Congress को करना है ये बड़ा काम, इसलिए PCC Chief बना कर Risk लेने के मूड में नहीं
भोपाल से खाईद जौहर की रिपोर्ट – मध्यप्रदेश में कांग्रेस लंबे समय से प्रदेश अध्यक्ष की तलाश में हैं। लेकिन अब तक कांग्रेस ये तय नहीं कर पाई है की प्रदेश की कमान किस को सौंपी जाए। वहीं, कांग्रेस के नेता एक के बाद एक दावेदारी पेश कर पार्टी की मुसीबतें बढ़ा रहे हैं। इतना ही नहीं इसको लेकर दिल्ली में कई बैठके भी हो चुकी है लेकिन अबतक कोई फैसला नही लिया गया हैं।
बता दे कि इस दौड़ में सबसे बल दावेदारों में ज्योतिरादित्य सिंधिया को गिना जा रहा हैं। इसके अलावा कमलनाथ कैबिनेट के कुछ मंत्रियों का नाम भी पीसीसी चीफ की दौड़ में हैं। हालांकि सिंधिया को राज्यसभा भेजने जाने को लेकर भी अटकलें तेज़ हैं। सूत्रों की माने तो सिंधिया का राज्यसभा जाना तय हैं।
फिलहाल कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव टलता नजर आ रहा हैं। इसकी वजह ये भी मानी जा रही है की मप्र में जल्द ही उपचुनाव होने हैं। बता दे की जौरा में कांग्रेस विधायक बनवारी लाल शर्मा और आगर मालवा में भाजपा विधायक मनोहर ऊंटवाल के निधन के कारण खाली हुई विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव जून माह तक हो जाएंगे। ऐसे में कांग्रेस अब इसकी तैयारी में जुट गई हैं।
कांग्रेस हर हाल में इन दोनों उपचुनावों को जीतना चाहेगी और ऐसी स्थिति में कांग्रेस नया पीसीसी चीफ बनाकर इस समय कोई रिस्क लेने के मूड में नहीं हैं।
ऐसा कहा जा सकता है कि उपचुनाव और निकाय चुनाव से पहले पीसीसी चीफ का फैसला नही हो सकता हैं।