CM Shivraj का तूफानी Delhi दौरा, 7 घंटे में 5 केंद्रीय मंत्रियों से मिले, हलचल तेज़

नई दिल्ली/भोपाल – सोमवार को मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने दिल्ली का तूफानी दौरा किया। सीएम शिवराज का ये तीन दिन में दूसरी बार दिल्ली का दौरा था। उन्होंने अपने इस 7 घंटे के तूफानी दौरे में पांच केंद्रीय मंत्रियों से मुलाकात की।
यहां जानिए सीएम शिवराज ने किस किस मंत्रियों से की मुलाकात
पन्ना में कोयला खदान की लीज बढ़ाने की मांग
सीएम शिवराज केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर से मिले। उन्होंने पन्ना में कोयला खदान की लीज बढ़ाने की मांग की हैं। इससे लोगों को रोजगार मिला हैं। उन्होंने बताया टाइगर रिजर्व में 140 टाइगर हो गए हैं। यह भी पर्यटन के जरिए रोजगार बढ़ाने में मददगार साबित होगा।
नितिन गडकरी से की ये मांग
सीएम शिवराज केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से मिले। उन्होंने चंबल एक्सप्रेस वे का नाम बदलकर अटल एक्सप्रेस वे रखने का सुझाव दिया। शिवराज सिंह ने गडकरी को बताया कि राज्य सरकार एक्सप्रेस वे के लिए 1500 हेक्टेयर भूमि दे रही हैं। जरूरत पड़ी तो निजी भूमि भी एक्सप्रेस वे के लिए मुहैया कराने का आश्वासन मुख्यमंत्री ने दिया। उन्होंने एक्सप्रेस वे का DPR बनाकर एलाइनमेंट सुनिश्चित करने की बात नितिन गडकरी से की हैं। सीएम ने बताया कि एक्सप्रेस वे बनने से नए रोजगार के अवसर भी मिलेंगे।
बुंदेलखंड की फिक्र
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन को शिवराज सिंह ने बुन्देलखण्ड क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी से बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने एम्स की तर्ज पर छतरपुर और दमोह में मेडिकल कॉलेज खोलने की मांग की। साथ ही महाकौशल में सिवनी में भी मेडिकल कॉलेज खोलने की मांग रखी।
सैनिक स्कूल पर हुई चर्चा
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से सीएम शिवराज ने ग्वालियर चंबल क्षेत्र में शुरू होने वाले सैनिक स्कूल पर चर्चा की। उन्होंने राजनाथ सिंह से इजाजत मांगी कि जब तक स्कूल की अपनी बिल्डिंग न बने तब तक किसी निजी बिल्डिंग में स्कूल शुरू किया जाए।
नक्सलियों पर लगे लगाने
मुख्यमंत्री ने अमित शाह से बाढ़ से फसलों को हुए नुकसान की भरपाई के लिए 1906 करोड़ रुपये राष्ट्रीय आपदा कोष की मांग भी रखी। साथ ही नक्सलियों पर लगाम लगाने के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय से उच्च स्तरीय बैठक बुलाने की भी मांग उठाई। राजनीतिक चर्चा के अलावा राज्य में बालाघाट, मंडला से बढ़कर नक्सल गतिविधिया अमरकंटक तक फैलने पर चिंता व्यक्त की।