बढ़ते Corona के मामलों के बीच CM Shivraj का एक और बड़ा फ़ैसला, इस पर लगाई रोक

मध्यप्रदेश/भोपाल – मध्यप्रदेश में एक बार फिर कोरोना ने अपना कहर बरपाना शुरू कर दिया हैं। बीते कुछ दिनों से कोरोना के लगातर बढ़ते मामलों ने शासन-प्रशासन की चिंता को बढ़ा दिया हैं। लगातार बढ़ते मामलो को देखते हुए सरकार लगातार सख्त फैसले ले रही हैं। गुरुवार को एक बार फिर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोरोना की स्थिति की समीक्षा की।
बैठक में सभी कलेक्टर, कमिश्नर, सीएमएचओ और मेडिकल कॉलेज के डीन भी शामिल हुए। इसके अलावा मंत्रालय से इस वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान, पुलिस महानिदेशक विवेक जौहरी भी शामिल हुए।
मुख्यमंत्री ने बैठक में कहा प्रदेश को कठिनतम परिस्थितियों से निपटने के लिए भी तैयार रहना होगा। बैठक में जानकारी दी गई कि पिछले सात दिन में इंदौर में 1778, भोपाल में 1170, जबलपुर में 358, ग्वालियर में 185, उज्जैन में 187, रतलाम में 162, छिंदवाड़ा में 147, बुरहानपुर में 130, बैतूल में 110 और खरगोन में 92 कोरोना पॉजिटिव प्रकरण दर्ज किए गए हैं।
वीडियो कांफ्रेंसिंग में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा कोरोना संक्रमण फिर तेजी से फैल रहा हैं। इसके नियंत्रण के लिए आर्थिक गतिविधियों पर रोक नहीं लगाई जा सकती। व्यापार और रोजगार में कोरोना से बचाव के लिए सावधानियों का कड़ाई से पालन करें, नहीं तो सरकार कड़ाई करेगी। यह प्रदेश में गुड गवर्नेंस की परीक्षा हैं। बिना पेनिक करें हमें कोरोना को परास्त करना हैं।
वहीं, पडोसी राज्य महाराष्ट्र में बनी कोरोना की विस्फोटक स्थिति को देखते हुए सीएम शिवराज ने बड़ा फैसला लिया। सीएम शिवराज ने महाराष्ट्र से आने-जाने वाली यात्री बसों के आवागमन पर 20 मार्च से रोक लगा दी हैं। 20 मार्च से अब महाराष्ट्र से कोई बस एमपी में न तो आ सकेगी और न ही जाने की इजाज़त होगी। इसके साथ ही ग्वालियर, जबलपुर सहित प्रदेश के सर्वाधिक प्रभावित जिलों उज्जैन, सागर, बैतूल, बुरहानपुर, खरगोन, रतलाम और छिंदवाड़ा में भी रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक व्यावसायिक प्रतिष्ठान और बाजार बंद रखने का फैसला लिया गया।