ऐसा होगा "शिव राज" का मंत्रीमंडल? राज्यपाल से की मुलाकात….!

भोपाल से खाईद जौहर की रिपोर्ट – मध्यप्रदेश में एक लंबे घमासान के बाद सत्तापरिवर्तन तो हो गया। कमलनाथ सरकार गिर गई, और प्रदेश में फिर कमल खिल गया। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री के तौर पर चौथी बार शिवराज सिंह ने सीएम पद की शपथ ली। हालांकि शिवराज मुख्यमंत्री तो बन गए, लेकिन अब तक उनके मंत्री मंडल का विस्तार नहीं हो पाया हैं। 

दरअसल, मुख्यमंत्री पद की शपथ लेते ही शिवराज कोरोना वायरस से जंग लड़ने लगे।बता दे कि इस महामारी ने प्रदेश को जकड़ लिया हैं। मध्यप्रदेश में कोरोना का कहर लगातार बढ़ता जा रहा हैं। जिससे निपटने के लिए सीएम शिवराज अकेले ही जंग लड़ रहे हैं।  

इन सबके बीच मंगकवार शाम को सीएम शिवराज ने राजभवन में राज्यपाल लालजी टंडन से मुलाकात की। जिसके बाद ये अटकलें तेज़ हो गई है की अब शिवराज सिंह अपने मंत्रीमंडल का विस्तार करने जा रहे हैं। संभावना है कि अप्रैल के शुरुआत में मुख्यमंत्री मंत्रिमंडल का गठन कर सकते हैं ।

शिवराज सिंह के सामने बड़ी चुनौती

मध्यप्रदेश की विधानसभा में वर्तमान 206 सदस्यों की चलते मुख्यमंत्री अधिकतम 28 मंत्री बना सकते हैं। इनमे से कमलनाथ सरकार में रहे पूर्व मंत्री और सिंधिया समर्थक 6 पूर्व मंत्री शामिल हैं। ये छह पूर्व मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, इमरती देवी, महेंद्र सिसोदिया, गोविंद सिंह राजपूत, प्रभु राम चौधरी और तुलसीराम सिलावट शामिल हैं। इसके अलावा सोलह अन्य विधायकों में से संजय पाठक, नारायण त्रिपाठी, बिसाहू लाल सिंह ,एन्दल सिंह कंसाना, राजवर्धन सिंह दत्तीगांव और हरदीप सिंह डंग भी मंत्री बनना तय हैं। 

18 पदो पर बीजेपी में जंग 

वहीं, दूसरी तरफ बीजेपी के कई दिग्गज नेता भी मंत्री बनने की लिस्ट में शामिल हैं। बीजेपी की और से नरोत्तम मिश्रा ,भूपेंद्र सिंह ,गोपाल भार्गव, विश्वास सारंग, यशोधरा राजे सिंधिया, रामपाल सिंह, सुरेंद्र पटवा जैसे दिग्गज मंत्री पद की कतार में हैं।

हालांकि, अब शिवराज के मंत्रिमंडल में किस को जगह मिलती है और किस को नहीं ये तो समय ही बताएगा। लेकिन कहा जा रहा है कि अप्रैल के पहले हफ्ते में इसका गठन हों सकता हैं। 

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