चीन का दुनियाभर में 5G अटैक,अमेरिका ने लगाया प्रतिबंध
- चीन तकनीकि क्षेत्र में बनना चाहता है बादशाह
- क्या जासूसी के लिए 5G को देना चाहता है बढ़ावा ?
- अमेरिका ने चीन के इस नेटवर्क को रोका
चीन दुनियाभर में अपना 5G नेटवर्क फैलाने की कोशिश कर रहा है बता दें कि ये तकनीक हाई स्पीड इंटरनेट सर्विस का वादा करती है और इसकी मदद से यूजर किसी फ़िल्म को महज कुछ सेकेंड में डाउनलोड कर लेते हैं. दुनिया के कई हिस्सों में इसकी शुरुआत हो चुकी है. अमरीका और ब्रिटेन में 5G नेटवर्क की शुरुआत पर ख्वावे पर लगे प्रतिबंधों का भी असर पड़ा है.
क्या है ख्वावे
ख्वावे चीनी कंपनी है जो 5G नेटवर्क को दुनियाभर में फैलाने के लिए मददगार है लेकिन इस पर प्रतिबंध लगाया गया है। सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए अमरीकी ने चीनी कंपनी ख्वावे के उपकरणों का 5G नेटवर्क में इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया है और अपने सहयोगियों को भी ऐसा करने की सलाह दी है. अमरीकी कंपनियां ख्वावे को क्या बेच सकती हैं, इस पर भी नियंत्रण रखा जा रहा है. यही कारण है कि दुनियाभर में ख्वावे के फोन की बिक्री में गिरावट आई है. वित्तीय सेवा समूह जेफरीज के विश्लेषक और इंडस्ट्री के जानकार एडिसन मानते हैं कि ख्वावे पर अमरीका ने दबाव इसलिए बनाया है ताकि चीन को इस क्षेत्र में बादशाह बनने से रोका जा सके. वो कहते हैं, “इस टेक वॉर के पीछे अमरीका का तर्क है कि चीन बौद्धिक संपदा की चोरी कर तकनीक के क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है और सरकार इस पर बेतहाशा ख़र्च कर रही है. उसका मानना है कि चीनी दूरसंचार उपकरण सुरक्षित नहीं हैं और यह राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए ख़तरा है.” हालांकि ख्वावे ने हमेशा इन आरोपों को खारिज किया है कि उसकी तकनीक का इस्तेमाल जासूसी के लिए किया जा सकता है.