मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने वीडियो कॉन्फ्रेन्सिंग से जबलपुर जिले के अधिकारियों से की बात ,अधिकारियों को दिया निर्देश

मध्यप्रदेश/जबलपुर(Jabalpur) – : मेडिकल कॉलेज(Medical College) में उपचार के समय  दो मौत और उनके कोरोना संक्रमित होने को लेकर अधिकारियों से किया गया  सवाल-जवाब । पाटन(Patan) की 70 साल की महिला की मौत होने के बाद रिपोर्ट कोरोना(Corona) पॉजिटिव मिलने तथा  इस महीने अभी तक जबलपुर में 4 संक्रमितों की मौत पर चिंतित खुद  मुख्यमंत्री शिवराज सिंह (CM Shivraj Singh) ने कलेक्ट्रेट में अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेन्सिंग में बातचीत की। जबलपुर शहर में कोरोना से मौत का आंकड़ा बढऩे पर समीक्षा की है ।अब  इस पर जिम्मेदारों ने निजी अस्पतालों को निशाने पर लिया है ।अब  सीएम को अधिकारियों ने  कहा कि  निजी अस्पतालों में कोरोना संदिग्धों की जांच नहीं कराई जा रही है। बाद में मरीज की हालत बिगडऩे पर ये लोगो को   मेडिकल अस्पताल रेफर कर रहे है। अब ऐसी गम्भीर हालत में आ रहे मरीज भर्ती होने के बाद कुछ देर में दम तोड़ रहे है। इस के बाद  सीएम ने निजी अस्पतालों से समन्वय करके कोरोना संक्रमितों और अन्य मरीजों का बेहतर उपचार सुनिश्चित करने के निर्देश दिए है।

अब कहा जा रहा है निजी अस्पताल से वेंटीलेटर पर आई थी महिला -:

पाटन निवासी 70 साल की जिस महिला को मेडिकल अस्पताल में भर्ती कराया गया था   भर्ती होने के बाद मौत हो गई है , उसे दो-तीन दिन से सांस लेने में परेशानी थी। परिजनों ने उसे आगा चौक(Aaga Chowk) स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया था। एक दिन तक उपचार के बाद भी जब महिला की हालत बिगडऩे लगी तो डॉक्टरों ने उसे मेडिकल रेफर किया। एम्बुलेंस में वेंटीलेटर लगाकर महिला मेडिकल अस्पताल पहुंची। कोरोना संक्रमण संदिग्ध लक्षण होने पर महिला को कोरोना टेस्ट कराया गया। उसकी रिपोर्ट शुक्रवार को रात में आई थी। उससे पहले ही गम्भीर रुप से संक्रमित महिला की सुबह ही मौत हो चुकी थी। यह मामला सीएम की जानकारी में आया तो अधिकारियों से बातचीत की। सीएम की क्लास के बाद कलेक्टर ने डॉक्टरों की  तीन सदस्यीय समिति के गठन का निर्देश दिया है। यह कमेटी अब प्राइवेट अस्पतालों में कोविड-19 (Covid) मरीजों के भर्ती और उपचार के लिए उपलब्ध सुविधाओं की जांच करेगी।

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