चयनित शिक्षकों की नियुक्ति का मामला गरमाया, 31 जनवरी तक रोजाना खून से शिक्षक लिखेंगे पत्र
- 2018 से अपनी नियुक्ति की गुहार लगा रहे चयनित अभ्यर्थी
- वेटिंग अभ्यर्थियों ने खून से लिखा पत्र
- सरकार ने साधी चुप्पी
भोपाल/गरिमा श्रीवास्तव:- मध्यप्रदेश में चयनित शिक्षकों की परेशानियां थमने का नाम नहीं ले रही. रविवार को चयनित अभ्यर्थियों ने खून से पत्र लिखकर सरकार को ज्ञापन सौंपा. लगातार चयनित अभ्यर्थी अपनी नियुक्ति को लेकर सरकार से गुहार लगा रहे. पूर्व में लोक शिक्षण संचालनालय और जनजातीय विभाग द्वारा कुछ चयनित शिक्षकों की नियुक्ति हुई पर फिर भी अभी भी ज्यादा संख्या में चयनित अभ्यर्थी नियुक्ति पत्र की राह देख रहे हैं.
लगातार ऐसी बातें भी सामने आई है कि चयनित शिक्षकों की नियुक्ति में भारी विसंगतियां है.
नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर चयनित शिक्षकों ने कहा कि जिस प्रकार सुभाष चंद्र बोस ने जनता से अपील की थी कि तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूंगा उसी प्रकार आज चयनित शिक्षकों ने अपने खून से शिक्षा मंत्री, स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारी और मुख्यमंत्री के नाम पत्र लिखे हैं कि उन्हें शेष बचे पदों पर 31 जनवरी तक नियुक्ति दी जाए जैसा कि सभी को ज्ञात है स्कूल शिक्षा विभाग में लगभग 8627 पद खाली है एवं जनजातीय विभाग में लगभग चार हजार के करीब पद खाली हैं शेष बचे पदों पर प्राविधिक वेटिंग वाले अभ्यर्थी शीघ्र नियुक्ति की मांग कर रहे हैं। यह अभियान सुभाष चंद्र बोस की जयंती से लेकर 31 जनवरी 2022 तक चलाया जाएगा। साथ ही यह भी कहा है कि हम चयनित शिक्षक रोजाना अपने खून से पत्र लिखेंगे जब तक हमें नियुक्ति नहीं मिलती है।
आगे देखना होगा कि सरकार अब भी चुप रहेगी या कोई प्रतिक्रिया सामने आती है.