पार्टी बदली लेकिन दिल नहीं! सिंधिया ने बनाई कैलाश विजयवर्गीय से दूरी, चर्चाओं का बाजार गर्म 

मध्यप्रदेश/इंदौर – बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय और बीजेपी सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीच पुरानी सियासी अदावत हैं। दोनों नेता एमपीसीए के चुनाव में कभी आमने सामने थे। अब भले ही वर्तमान में सिंधिया और विजयवर्गीय एक ही पार्टी में हैं, बावजूद इसके दोनों नेता आमने सामने आने से कतराते हैं। जिसको एक बार फिर इंदौर में महसूस किया गया। 

दरअसल, मंगलवार को इंदौर में एक ही कार्यक्रम में दोनों को आना था लेकिन सिंधिया ने कैलाश विजयवर्गीय से दूरी बनाए रखी। जिसको लेकर अब प्रदेश में सियासी बवाल मचा हुआ हैं। 

बता दे कि मंगलवार को भारतीय जनसंघ के संस्थापक डॉ.श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती थी, शहर के विजय नगर चौराहे पर प्रतिमा स्थल पर बीजेपी ने सुबह 8.30 बजे माल्यार्पण का कार्यक्रम रखा था। इसमें शामिल होने बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय पहुंचे, इसी कार्यक्रम में शामिल होने बीजेपी सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया को भी जाना था लेकिन वो तब तक इंतजार करते रहे जब तक कैलाश विजयवर्गीय वहां से निकल नहीं गए। सिंधिया के सिपहसालार मोबाइल पर कैलाश विजयवर्गीय की लोकेशन लेते रहे और जैसे ही विजयवर्गीय वहां से रवाना हुए उसके बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया मुखर्जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने पहुंच गए। इस पर बीजेपी नेताओं में चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया हैं।  

गौरतलब है कि दल भले ही बदल लिया हो लेकिन दिल फिर भी नहीं बदले। मन फिर भी नहीं मिले। ऐसा ज्योतिरादित्य सिंधिया के इंदौर दौरे के दौरान महसूस किया गया। कैलाश विजयवर्गीय से उनकी पुरानी सियासी अदावत यहां भी दिख गई। इस से पहले भी बीजेपी में शामिल होने के बाद सिंधिया जब इंदौर आए थे तब वे कैलाश विजयवर्गीय के घर गए थे लेकिन उस दौरान भी कैलाश विजयवर्गीय की मुलाकात सिंधिया से नहीं हो पाई थी। 

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