CAA हमारे देश का आतंरिक मामला है, बाहरी हस्तक्षेप की कोई ज़रूरत नहीं :- ईयू प्रस्ताव पर वैंकया नायडू

नई दिल्ली / गरिमा श्रीवास्तव :- यूरोपीय संघ ईयू(European Union)  ने CAA के खिलाफ भारत में प्रस्ताव भेजे हैं। जिसपर वैंकया नायडू (Venkaiah Naydu) ने कहा कि “CAA हमारे देश का आतंरिक मामला है इस पर जो भी विचार किया जाएगा देश के अंदर किया जाएगा इसमें बाहरी हस्तक्षेप की किसी प्रकार की कोई ज़रूरत नहीं है।”

उपराष्ट्रपति वैंकया नायडू ने कहा कि वह उन मामलों में विदेशी हस्तक्षेप से बेहद चिंतित हैं जो पूर्ण रूप से भारतीय संसद और सरकार के दायरे में आते हैं।

एक बुक लांच समारोह के दौरान मंच से यह बात कही। यूरोपीय संसद भारत के नए नागरिकता कानून के खिलाफ अपने सदस्यों के एक बड़े समूह द्वारा प्रस्तावित प्रस्ताव पर बहस करने और मतदान करने के लिए तैयार है, जो यह आरोप लगाता है कि यह देश की नागरिकता शासन में “खतरनाक बदलाव” का प्रतीक है।

उपराष्ट्रपति के साथ साथ लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला(OM BIRLA) ने भी ईयू को पत्र लिखा है। पत्र में लिखा कि “एक संसद का दूसरे संसद के लिए निर्णय पारित करना अनुचित है। स्वार्थों के लिए इसका दुरुपयोग हो सकता है।


बिड़ला के अनुसार दोनों सांसद को एक दूसरे की संप्रभु प्रक्रियाओं का सम्मान करना चाहिए न कि हस्तक्षेप करना चाहिए।

 

 

 

 

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