उपचुनाव : भाजपा-कांग्रेस की राह मुश्किल, हुई तीसरे दल की एंट्री, ग्वालियर-चंबल पर फोकस

भोपाल से खाईद जौहर की रिपोर्ट – मध्य प्रदेश की 26 सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर प्रदेश में सियासी घमासान मचा हुआ हैं। जहां बीजेपी और कांग्रेस इस चुनाव को जीतने के लिए एड़ी छोटी का ज़ोर लगा रही है तो वहीं, दूसरी तरफ अब बहुजन समाज पार्टी इन दोनों पार्टियों के लिए मुसीबत का सबब बन गई हैं। 

दरअसल, बहुजन समाज पार्टी ने भी चुनावी तैयारियां तेज कर दी हैं। इतना ही नहीं बहुजन समाज पार्टी का फोकस भी ग्वालियर-चंबल की 16 सीटों पर हैं। बीएसपी ने दलित वोटों को साधने की कवायद को तेज कर दिया हैं। बीएसपी का कहना है बीजेपी और कांग्रेस की दलित विरोधी मानसिकता ही उप चुनाव में बीएसपी का बड़ा मुद्दा होगा। बता दे कि इस बार सभी 26 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव में अपने उम्मीदवार खड़ा करेगी। 

बीएसपी के प्रदेश अध्यक्ष रमाकांत पीपल ने ग्वालियर चंबल इलाके में दलितों पर अत्याचार को बड़ा मुद्दा होने की बात कही हैं। बीएसपी के मुताबिक, गुना में दलित किसान परिवार के साथ हुई बर्बरता पूर्ण कार्रवाई और एक दलित युवक की मारपीट का मामला बीजेपी की मानसिकता को उजागर करता हैं। 

बहुजन समाज पार्टी की उपचुनाव में एंट्री के बाद कांग्रेस और बीजेपी के लिए ये चुनाव जीतने की राह इतनी आसान नहीं होगी। कहीं न कहीं बीएसपी के आने के बाद बीजेपी और कांग्रेस का सियासी समीकरण बिगड़ सकता हैं।

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