खेती और किसान के लिए बजट को बढ़ाकर 3 लाख करोड़ किया गया है
इस वर्ष का बजट तीन मुख्य बिंदुओं को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है।
- स्वास्थ , शिक्षा और नौकरी
- आर्थिक विकास
- सबका साथ सबका विकास
16 एक्शन प्लान
किसान :- खेती में निवेश पर सरकार का जोर , 2022 तक किसानो का आय दोगुना , ऐसे 100 ज़िलों में जहाँ पानी की किल्लत ज्यादा होगी , उनको चिन्हित किया जाएगा , ग्रामीण स्तर पर खाद्यान्न के भण्डारण की सुविधा बढाई जायेगी। पंप सेट को सौर ऊर्जा से जोड़ा जाएगा ,कुसुम योजना के तहत 15 लाख किसानो को सोलर पंप प्लांट लगाने में सरकार के द्वारा मदद किया जाएगा , जैविक खाद का उपयोग बढ़ाया जाएगा और केमिकल फ़र्टिलाइज़र पर हमारी निर्भरता को कम किया जाएगा । किसानो के लिए 15 लाख करोड़ क़र्ज़ की सुविधा भी दी जायेगी। अन्नदाता को ऊर्जादाता बनाने की और सरकार तत्पर है।
विलेज स्टोरेज स्कीम के तहत महिलाएं मुद्रा योजना और नाबार्ड से लोन निकाल सकती हैं। जो महिलाये अभी तक धनलक्ष्मी हैं वो अब धान्यलक्ष्मी भी बन सकती हैं।
कृषि उड़ान – इसको अंतर्राष्ट्रीय और राष्ट्रीय स्तर पर लागू किया जाएगा।
बागबानी क्षेत्र में 311 मीट्रिक टन उत्पादन होता है पर इसकी मार्केटिंग सही से नहीं हो पाती इसकी मार्केटिंग को हम बढ़ाएंगे। किसानो के लिए किसान रेल भी चलने की बात बजट में कही गयी है। जानवरों से सम्बंधित किसी भी तरह के रोग को सरकार 2025 तक निजात दिलाएगी।
ब्लू इकॉनमी
मछली पालन के संसाधन को बढ़ाना है और सही भी करना है। 200 तन उत्पादन को बढ़ने का लाक्षा रखा गया है। युवाओं को मछली पालन से जोड़ने के लिए “सागर मित्र” प्लान को लाया जाएगा और कोशिश रहेगी की ज्यादा से ज्यादा युवाओं को इससे जोड़ा जाएगा।
58 लाख स्वयं सहायता समूह अलग अलग क्षेत्रों में चलाएं जा रहे हैं , उनके लिए भी अलग – अलग फायदे पहुंचाए जाएंगे।