भाजपा सांसद डामोर ने कागजों पर ही खोदे हैंडपंप, ये है डकैत और दलाल – कांतिलाल भूरिया
झाबुआ : दो दिन पहले भाजपा सांसद गुमान सिंह डामोर के खिलाफ अलीराजपुर की एक अदालत ने मामला दर्ज करने के आदेश दिए थे। उन पर आरोप है कि फ्लोरोसिस निवारण के लिए झाबुआ अलीराजपुर क्षेत्र में जो 600 करोड़ रुपए की योजना मंजूर हुई थी उसमें व्यापक अनियमितताएं हुई हैं। इतना ही नहीं इसमें तत्कालीन कलेक्टर गणेश शंकर मिश्रा सहित पीएचई के दो अफसरों के खिलाफ भी मामला दर्ज हुआ है। हालांकि डामोर इस मामले में उच्च अदालत का दरवाजा खटखटाने की बात कह चुके हैं। इसी मामले में कोर्ट में 17 जनवरी को सुनवाई होनी है और उन सभी आरोपियों को कोर्ट में उपस्थित होना है।
दरअसल, सांसद गुमान सिंह डामोर पर आरोप है कि जब वे इंदौर में कार्यपालन यंत्री फ्लोरोसिस नियंत्रण परियोजना के रूप में पदस्थ थे, तब घोटाले हुुए। उन्होंने अलीराजपुर और झाबुआ क्षेत्र में फ्लोरोसिस नियंत्रण एवं पाइप सप्लाई मटेरियल खरीदी और अन्य कई योजनाओं के करोड़ों रुपए के बिल स्वयं ही पास कर दिए थे। यह भी आरोप है कि आदिवासी क्षेत्र में कोई फ्लोरोसिस नियंत्रण का काम नहीं किया। इसके अंतर्गत क्षेत्र में ना तो हैंडपंप लगवाएं नहीं यूनिट स्थापना की गई।
वहीं, दूसरी तरफ अब इस मामले पर सियासत गरमा चुकी है। कांग्रेस लगातार सांसद गुमान सिंह डामोर पर हमलावर है। इसी कड़ी में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और विधायक कांतिलाल भूरिया ने उनपर जमकर अपनी भड़ास निकाली है। उन्होंने कहा कि “जब डामोर सरकारी नौकरी में थे, बाबू गिरी किया करते थे तो हमें भी अच्छा लगता था कि आदिवासी वर्ग का कोई व्यक्ति यहां तक पहुंचा तो। लेकिन यह तो दलाल निकले। भूरिया ने कहा कि डामोर तो डकैत हैं और उन्होंने कागजों पर ही हैंडपंप खोदे। जल नल योजना के करोड़ों रुपए खा गए।