मंदिर पर अवैध कब्ज़ा करने में फसे बीजेपी विधायक, करीब 200 करोड़ का है घोटाला
उत्तर प्रदेश के बीजेपी विधायक और उनके पिता पर मंदिर की जमीन हड़पने का आरोप लगाया गया है। उत्तरप्रदेश के चरखारी विधानसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी के विधायक हैं। जिला महोबा के चरखारी विधायक ब्रजभूषण राजपूत और उनके पिता गंगाचरण राजपूत पर ऐतिहासिक गोवर्धन नाथ जू महाराज (श्रीकृष्ण मंदिर) और उसकी बेशकीमती जमीन हथियाने का आरोप हैं। बता दे कि यह आरोप वहां के नगरपालिका चेयरमैन ने लगाया है और इस मामले से जुड़े आरोपियों को गिरफ्तारी की मांग की ।
दरअसल, मामला यह है की बीजेपी विधायक और उनके पिता ने स्थानीय मंदिर के जमीन को अवैध रूप से कब्ज़ा किया। यह उत्तरप्रदेश के महोबा जिले के चरखारी में स्थित ऐतिहासिक गोवर्धन नाथ जू महाराज का सदियों पुराना मंदिर हैं। इस मंदिर की कीमत करीब 200 करोड़ रुपये की होंगी। हालांकि इस जमीन को बीजेपी विधायक के पिता ने चरखारी की रानी से महज 1 करोड़ रुपये लीज पर लिया था।
इसके अलावा उन पर आरोप है की मेले के दौरान मंदिर की रंगाई – पुताई नहीं करने देते हैं , वे मंदिर पर अवैध कब्जा करना चाहते हैं। बता दे की इसका मामला प्रयाग राज (इलाहबाद) हाई कोर्ट में पहुंच गया हैं। वहीं , नगरपालिका अध्यक्ष मूलचंद अनुरागी और स्थानीय लोग बताते हैं कि ऐतिहासिक महल के समीप स्थित गोवर्धन नाथ जू मंदिर पुरातत्व विभाग के अभिलेखों और नगरपालिका चरखारी के दस्तावेजों में दर्ज हैं।
उत्तर प्रदेश के बीजेपी विधायक और उनके पिता पर मंदिर की जमीन हड़पने का आरोप लगाया गया है। उत्तरप्रदेश के चरखारी विधानसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी के विधायक हैं। जिला महोबा के चरखारी विधायक ब्रजभूषण राजपूत और उनके पिता गंगाचरण राजपूत पर ऐतिहासिक गोवर्धन नाथ जू महाराज (श्रीकृष्ण मंदिर) और उसकी बेशकीमती जमीन हथियाने का आरोप हैं। बता दे कि यह आरोप वहां के नगरपालिका चेयरमैन ने लगाया है और इस मामले से जुड़े आरोपियों को गिरफ्तारी की मांग की ।
दरअसल, मामला यह है की बीजेपी विधायक और उनके पिता ने स्थानीय मंदिर के जमीन को अवैध रूप से कब्ज़ा किया। यह उत्तरप्रदेश के महोबा जिले के चरखारी में स्थित ऐतिहासिक गोवर्धन नाथ जू महाराज का सदियों पुराना मंदिर हैं। इस मंदिर की कीमत करीब 200 करोड़ रुपये की होंगी। हालांकि इस जमीन को बीजेपी विधायक के पिता ने चरखारी की रानी से महज 1 करोड़ रुपये लीज पर लिया था।
इसके अलावा उन पर आरोप है की मेले के दौरान मंदिर की रंगाई – पुताई नहीं करने देते हैं , वे मंदिर पर अवैध कब्जा करना चाहते हैं। बता दे की इसका मामला प्रयाग राज (इलाहबाद) हाई कोर्ट में पहुंच गया हैं। वहीं , नगरपालिका अध्यक्ष मूलचंद अनुरागी और स्थानीय लोग बताते हैं कि ऐतिहासिक महल के समीप स्थित गोवर्धन नाथ जू मंदिर पुरातत्व विभाग के अभिलेखों और नगरपालिका चरखारी के दस्तावेजों में दर्ज हैं।