मंत्री पद न मिलने पर छिड़ी बहस:आखिर किसने कटवाया नंदनी मरावी का नाम…

दिल्ली से सूची में रखा गया था नाम लेकिन अंत में काट दिया गया : नंदनी मरावी
मेरी क्या गलती है, सीएम और प्रदेश अध्यक्ष करूंगी बात
द लोकनीति डेस्क भोपाल
शिवराज मंत्रिमंडल के विस्तार के बाद भारतीय जनता पार्टी के उन विधायकों का दर्द और गुस्सा सामने आने लगा है जिन्हें मंत्री पद से नवाजा तो जाना था, लेकिन ऐन वक्त पर उनका नाम लिस्ट से काट दिया गया। हम बात कर रहे हैं सिहोरा विधानसभा से तीन बार निर्वाचित आदिवासी कोटे से आने वाली विधायक नंदनी मरावी का। जिनका नाम मंत्री पद के लिए बहुत तेजी से चला तो जरूर, लेकिन उन्हें मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किया गया।
सिहोरा विधायक नंदनी मरावी ने अपना दर्द बयां करते हुए आरोप लगाया है कि मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर मेरा नाम दिल्ली से सूची में रखा गया था, लेकिन अंत में काट दिया गया। मैं इस बारे में मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष से बात करूंगी कि आखिर मेरी गलती क्या है? उन्होंने यह भी कहा कि मुझे इस बार पूरी आशा थी कि मंत्रिमंडल में जगह जरूर मिलेगी। मेरी विधानसभा के कार्यकर्ता और नेता इस बात को लेकर पूरी तरह आश्वस्त थे कि मुझे मंत्रिमंडल में स्थान मिलेगा।
राजनीतिक गलियारों में चली चर्चा की मानें तो विधायक नंदनी मरावी का नाम जिस तेजी से मंत्रिमंडल विस्तार होने के एक दिन पहले तेजी से चलना जबलपुर के कद्दावर नेता अजय विश्नोई, संजय पाठक, सुशील इंदु तिवारी, अशोक रोहाणी को कहीं न कहीं खटक गया। देर रात तक इन चारों नेताओं का नाम मंत्रिमंडल में शामिल होने वाले संभावित नेताओं से गायब हो गया था। सिर्फ नंदनी मरावी ही एकमात्र नाम जबलपुर से मंत्रिमंडल विस्तार के संभावितों में शामिल था। कहीं न कहीं सिहोरा विधायक का यह दर्द सूची में नाम काटे जाने की बात की तरफ इशारा कर रहा है।