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मुसीबत में घिरे "दिग्गी राजा", BJP के मंत्री और पूर्व विधायकों ने 10-10 करोड़ रुपए की मानहानि का केस लगाया

भोपाल से खाईद जौहर की रिपोर्ट – मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह चुनावी मैदान में बुरे फंसते नजर आ रहे हैं। दरअसल, दिग्विजय सिंह ने पिछले दिनों कांग्रेस (Congress) से बागी होकर बीजेपी (Bjp) में शामिल हुए नेताओं का “गद्दार रेट कार्ड” जारी किया था। साथ ही 35 करोड़ में बिकने का आरोप भी लगाया था। दिग्विजय सिंह ने कहा था कि जिन-जिन लोगों ने इन लोगों को वोट दिया था। उन्हें 35 करोड़ में से अपना हिस्सा ले लेना चाहिए और जब तक हिस्सा ना मिले। तब तक उन्हें वोट नहीं देना चाहिए। 

अब इस मामले में दिग्विजय सिंह के खिलाफ भोपाल (Bhopal)  की विशेष सत्र न्यायालय (Special Sessions Court) में भाजपा के मंत्री और पूर्व विधायकों ने 10-10 करोड़ रुपए की मानहानि (Defamation) का केस लगाया हैं। 

मंत्रियों और पूर्व विधायकों की ओर से यह परिवाद ग्वालियर (Gwalior) के वकील विजय कुमार शर्मा (Vijay Kumar Sharma) और शरद भटनागर (Sharad Bhagyanagar) ने पेश किया हैं। विशेष सत्र न्यायालय ने सभी मामलों को सुनवाई के लिए ग्राह कर लिया हैं। इस मामले में सुनवाई 18 नवंबर को होगी।

वकील विजय कुमार शर्मा और शरद भटनागर ने बताया कि अब तक मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर, पूर्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत, मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया, बिसाहूलाल सिंह, राजवर्धन सिंह दत्तीगांव, डॉ. प्रभु राम चौधरी, पूर्व विधायक जसवंत सिंह, मुन्नालाल गोयल, मनोज चौधरी, रक्षा सिनौरिया ने विशेष सत्र न्यायालय में परिवाद प्रस्तुत किया हैं।

जबकि, शेष पूर्व विधायक भी जल्द ही विशेष सत्र न्यायालय में परिवाद प्रस्तुत करेंगे। इनमें रणवीर सिंह जाटव, नारायण पटेल, मंत्री हरदीप सिंह डंग, मंत्री गिर्राज दंडोतिया, पूर्व मंत्री तुलसीराम सिलावट, पूर्व विधायक प्रद्युमन सिंह लोधी और सुमित्रा कासडेकर ने परिवाद प्रस्तुत नहीं किया हैं।

बता दे कि प्रदेश की 28 सीटों पर उपचुनाव (By Election) होने है, जिसके तहत 3 नवंबर को मतदान होना है, जबकि 10 नवंबर को नतीजे आने हैं। लेकिन उस से पहले प्रदेश की सियासत बुरी तरह से गरमाई हुई हैं। और इसी गरमाहट में दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) भी फसते हुए नज़र आ रहे हैं। 

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