अपने ही सर्वे में हारे सांसद राकेश सिंह !!! देखें video
अपने ही सर्वे में हारे सांसद राकेश सिंह !!! देखें video
- कृषि विधेयक बिल को लेकर किया था ट्वीट
- जनता ने माना किसान विरोधी है बिल
- पूर्व बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने अपनी सरकार की तारीफ करतें हुए किया था ,ट्विटर सर्वे
द लोकनीति डेस्क सिहोरा
बीजेपी एक तरफ दावा करती है की कृषि विधेयक बिल किसानों के फायदे का है वहीं दूसरी तरफ देश में पंजाब हरियाणा और उत्तर प्रदेश जैसे बड़े राज्यों में देश के कई हिस्सों से किसानों का लगातार विरोध जारी है।
अब मध्यप्रदेश में भी किसानों ने किया है विरोध : कृषि विधेयक बिल को लेकर भले ही केंद्र सरकार ने विज्ञापन में सैकड़ों करोड़ों फूंक दिए हो लेकिन ज़मीनी हकीकत में जनता सत्ता पक्ष से नाराज़ चल रही है क्योंकि जिस तरीक़े से संसद में इस बिल को लेकर हंगामा हुआ ,सांसद आपस मे भिड़ गए ,कुछ धरने में बैठ गए लेकिन उसके बावजूद चोरी के दरवाजे से ध्वनि मति से इस बिल को पास कर दिया गया।
मध्यप्रदेश बीजेपी की बात करें तो राजनीति के बड़े चेहरे औऱ पूर्व बीजेपी प्रदेशअध्यक्ष व जबलपुर से सांसद राकेशसिंह ने 23 तारीख़ को दोपहर 1:04 मिनट में ट्वीट किया जिसमें उन्होंने लिखा- ” कृषि विधेयक 2020 किसानों को आजादी देता है कि वे वन नेशन, वन मार्केट से देश में अपनी फसल कही भी,किसी को अपनी मर्ज़ी से बेच सकतें है।यह अधिकार सिर्फ़ किसान का है?
जब जनता ने ट्विटर में इस सर्वे में अपनी प्रतिक्रिया दी तो चौकाने वाली स्थिति नज़र आयी। 51प्रतिशत जनता ने माना कि यह बिल
किसान विरोधी है। अब मध्यप्रदेश में भी किसानों के विरोधी स्वर साफ़ सुनाई देने लगे है।
- 51प्रतिशत जनता ने माना किसान विरोधी है बिल
- 48 प्रतिशत जनता ने किया सपोर्ट
- 3 प्रतिशत जनता को कोई जानकारी नहीं
जब “द लोकनीति” ने इस बिल को लेकर जबलपुर के छोटे किसानों से बात की तो उन्होंने क्या कहा आप ही देखे औऱ सुने…
देखें video –https://www.facebook.com/thelokniti/videos/339299450476694/
डैमेज कंट्रोल में लगी भाजपा….
MP में उपचुनाव क़रीब है ऐसे में किसानों की नाराजगी भाजपा को महँगी पड़ सकती है। हालांकि अब किसान सम्मान निधि का पैसा बढ़ाकर कुछ डैमेज कंट्रोल जैसी स्थिति बनाने में जुटी है शिवराज सरकार
उपचुनाव क़रीब है औऱ पिछले चुनाव में किसानों को लेकर मंदसौर के गोलीकांड में किसानों पर गोली चलने के बाद किसानों ने शिवराज सरकार को उखाड़ फेंकने का संकल्प लिया था औऱ आज बिल को लेकर अपनी सफाई देते हुए सत्ता पक्ष भी नज़र आ रहा है यही वजह है कि अब भाजपा किसी भी तरह का ख़तरा नहीं ले सकती तो ऐसे सर्वे औऱ किसानों को टुकड़ा बांट कर खुश करने में औऱ फ़िर अपना वोट बैंक पक्का करने में बरहाल जुट गई हैं।