शराब तो हमारे यहां देवता भी पीते थे, शराब शुद्ध मिलना चाहिए और इसे सीमा में पीना चाहिए – भाजपा नेता

मध्यप्रदेश/ग्वालियर – मध्यप्रदेश में शराब को लेकर सियासत गरमाई हुई हैं। मुरैना जहरीली शराब कांड के बाद से ही प्रदेश भर में शराबबंदी के पक्ष में लगातार ही आवाज बुलंद हो रही हैं। वहीं, सरकार शराब की दुकानें बढ़ाने पर विचार कर रहीं हैं। इसी बीच प्रदेश में शराब दुकाने बढ़ाएं जाने को लेकर भाजपा के उपाध्यक्ष चौधरी मुकेश चतुर्वेदी का विवादित बयान सामने आया हैं।
मुकेश चतुर्वेदी ने कहा कि अपने यहां तो देवता भी शराब पीते थे। मैंने खुद मृत्युंजय में पड़ा हैं। अपने बयान को स्पष्ट करते हुए प्रदेश उपाध्यक्ष कहते हैं कि इसमें लिखा है कि जब महाभारत के युद्ध की घोषणा हुई तो आयुध और शराब के उत्पादन बढ़ाने का निर्देश दिया गया था, इसलिए तो सब पुरातन काल से चला आ रहा है।
दरअसल, शुक्रवार को चौधरी मुकेश चतुर्वेदी ग्वालियर दौरे पर पहुंचे थे। जहां उनसे प्रदेश में शराब की दुकान बढ़ाए जाने को लेकर सवाल किया गया था, जिसके जवाब में उन्होंने कहा कि शराब शुद्ध मिलना चाहिए और इसे सीमा में पिए। आत्मानुशासन तो व्यक्ति को खुद बनाना पड़ेगा। क्योंकि सब काम पुरातन काल से होते चले आ रहे हैं। बस इसे सही सीमा में लेना चाहिए।
बता दें कि शराबबंदी और शराब दुकानें बढ़ाए जानें को लेकर प्रदेश में बवाल मचा हुआ हैं। विपक्ष लगातार इसको लेकर शिवराज सरकार पर निशान साध रहा हैं। जबकि पूर्व मुख्यमंत्री एवं भाजपा की फायर ब्रांड नेत्री उमा भारती ने शराबबंदी को लेकर वकालत की हैं। वहीं, कांग्रेस विधायक लक्ष्मण सिंह ने शराब दुकानें बढ़ाने पर समर्थन किया हैं।