रीवा में भाजपा की गुटबाजी आ रही सामने, शिलापट्टिका में जिला अध्यक्ष का नाम नहीं
रीवा में भाजपा की गुटबाजी आ रही सामने, शिलापट्टिका में जिला अध्यक्ष का नाम नहीं
रीवा से गौरव सिंह की रिपोर्ट:- अनुशासन के मामले में अब तक सख्त रही भाजपा में भी अंतरकलह अब सार्वजनिक होने लगी है। पहले भी नेताओं के आपसी मतभेद सामने आते रहे हैं लेकिन संगठन के स्तर पर सबकुछ निपटा लिया जाता था। हाल ही में भाजपा के नए जिला अध्यक्ष के रूप में डॉ. अजय सिंह का चयन हुआ है। इस चयन के बाद से संगठन में एक नई लकीर खिंचती जा रही है।
अब तक पुराने नेता जो हाशिए पर थे वह सक्रिय होते नजर आ रहे हैं तो एक प्रमुख धड़े ने अपने हिसाब से काम शुरू कर दिया है। नीम चौराहा से करहिया मंडी तक जाने वाले मार्ग का पूर्व मंत्री राजेन्द्र शुक्ला ने भूमिपूजन किया तो पहले विपक्ष ने सवाल उठाए कि लॉकडाउन के बीच यह सब करने की क्या जल्दबाजी थी। अब उस शिलापट्टिका को लेकर चर्चा है जिसमें भाजपा के मंडल अध्यक्ष का नाम है लेकिन जिला अध्यक्ष का नाम नहीं है।
इस कार्यक्रम में सेमरिया के विधायक केपी त्रिपाठी भी थे। शिलापट्टिका में सांसद जनार्दन मिश्रा, वार्ड सात के पार्षद शिवदत्त पाण्डेय, वार्ड आठ के पार्षद रमाकांत पाण्डेय, वार्ड नौ के पार्षद सतीश सिंह के साथ ही भाजपा के अटल मंडल अध्यक्ष शेखर सचदेवा का नाम था। चर्चा का प्रमुख विषय शेखर सचदेवा का नाम ही है। क्योंकि यदि मंडल अध्यक्ष का नाम हो सकता है तो जिला अध्यक्ष का क्यों नहीं।
सोशल मीडिया पर कांग्रेसियों ने चुटकियां ली है और कहा है कि अब तक कांग्रेस को बदनाम करने वाले देख लें तमाशा। कुछ ने तो भाजपा के जिला अध्यक्ष के पिता के साथ निगम के अधिकारियों द्वारा अभद्रता किए जाने पर नेताओं ने अधिकारियों का पक्ष लिया था उस घटना का भी जिक्र किया जा रहा है।