नई दिल्ली / खाईद जौहर – सोमवार को लोकसभा में नागरिकता संशोधन बिल 2019 पास हो गया हैं। इस बिल के पक्ष में 311 वोट पड़े जबकि विरोध में 80 पड़े हैं। लेकिन इस बिल के पास होने से पहले सदन हंगामा हुआ। इस बिल को गृहमंत्री अमित शाह ने लोकसभा में पेश किया। इसके बाद सदन में बिल पर चर्चा शुरू हुई। चर्चा शुरू होने के बाद इस बिल पर ज़ोरदार हंगामा हुआ।
इस दौरान एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने बिल पर पार्टी का पक्ष रखा और बोलने के दौरान ही बिल की कॉपी फाड़ दी।
असदुद्दीन ओवैसी ने इस बिल का विरोध जताया और कहा की, ''महात्मा गांधी ने दक्षिण अफ्रीका में नागरिकता कार्ड को फाड़ा था और मैं आज इस विधेयक को फाड़ता हूं। उन्होंने कहा कि देश को दोबारा से बांटने के लिए यह बिल लाया गया हैं। इस बिल से धर्म के आधार पर लोगों का बंटवारा किया गया हैं।
असदुद्दीन ओवैसी के इस विरोध और बिल की कॉपी फाड़ने के बाद केंद्रीय मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने उन पर ज़ोरदार हमला बोला। रवि शंकर प्रसाद ने कहा कि किसी की हिम्मत नहीं है भारत का बंटवारा कर दे। ये देश मजबूत हैं। हिन्दू, मुस्लिम, सिख, क्रिश्चियन, सब मिलकर साथ रहते हैं और इस देश को आगे बढ़ाते हैं। अब इस देश को कोई नहीं तोड़ सकता।
जबकि गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि नागरिकता संशोधन विधेयक धार्मिक रूप से प्रताड़ित अल्पसंख्यकों को नागरिकता देने का बिल हैं। इस बिल ने किसी मुस्लिम के अधिकार नहीं लिए हैं। अमित शाह ने आगे कहा कि नागरिकता संशोधन विधेयक के पीछे कोई राजनीतिक एजेंडा नहीं हैं।