नई दिल्ली – राजधानी की सीमा पर जारी किसान आंदोलन के बीच हैरान करने वाला मामला सामने आया हैं। बीती रात किसानों ने अपनी प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि उन्होंने एक संदिग्ध को पकड़ा है जो ट्रैक्टर रैली के दौरान माहौल खराब करना चाहता था। किसान संगठनों ने सरकारी एजेंसियों पर आंदोलन कमजोर करने का आरोप लगाया हैं। किसान नेताओं ने आरोप लगाया कि ये शख्स चार किसान नेताओं को मारने की साजिश के तहत यहां आया था।
वहीं, पकड़े गए आरोपी ने ये बताया की वो तो साजिश का एक छोटा सा मोहरा है उसके साथ टीम में कई लोग शामिल हैं। पकड़े गए संदिग्ध ने बताया की – हमें इस काम के लिए हथियार मिले थे। जैसे ही किसान 26 तारीख को आगे बढ़ने की कोशिश करेंगे, और अगर ये नहीं रूकते तो इन पर गोली चलाने का ऑर्डर था। हमारी 10 लोगों की दूसरी टीम पीछे से गोली चलाती जिससे दिल्ली पुलिस को ये लगता कि किसानों ने ये किया हैं।
संदिग्ध ने बताया की 24 तारीख को स्टेज पर जो चार लोग होंगे उन्हें मारना है, फोटो दे दी गई हैं।
किसान नेताओं ने बताया कि बड़े पैमाने पर 26 जनवरी को माहौल खराब करने की साजिश रची गई हैं। संदिग्ध गतिविधियों को लेकर किसानों को शक हुआ तो वो इसे पकड़ कर बड़े नेताओं के पास ले गए। युवक के साथ कुछ और भी साथी है साथ में दो लड़कियां भी है जो इस आंदोलन को खराब करने की कोशिश कर रहे थे।
संदिग्ध ने बताया की – जो हमें सिखाता है उसका नाम प्रदीप सिंह हैं। राई थाने का एसएचओ है वो। वो जब भी हमसे मिलने आता था मुंह पर कवर लगाकर आता था। हमने उसका बैच देखा था। जिन्हें मारना था उनका नाम नहीं पता है, उनके फोटो हैं।
जानकारी के मुताबिक इसी आरोपी ने पिछले दिनों करनाल में भी रैली के दौरान हुए हंगामे और लाठी चार्ज के दौरान माहौल खराब करने की कोशिश की थी। हालांकि, किसान नेताओं ने इस शख्स को मीडिया में पेश करने के बाद पुलिस के हवाले कर दिया हैं।
साजिश गहरी बताई जा रही हैं। किसान संगठन के लोग पुलिस प्रशासन और सरकार को कठघरे में खड़ा कर रहे हैं। लेकिन बिना जांच के इस तरह के संगीन आरोप लगाना भी अपने आप में कई बड़े सवाल खड़े कर रहा हैं।