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भोपाल : एक बार फिर जेपी अस्पताल की लापरवाही आई सामने 

भोपाल : एक बार फिर जेपी अस्पताल की लापरवाही आई सामने. 

  •  हार्ट अटैक के थे लक्षन फिर भी आइसोलेशन वार्ड में भेजा 

भोपाल/निकिता सिंह जेपी अस्पताल में हुई जवान की मौत के बाद  एक बार फिर जेपी अस्पताल के प्रबंधक की लापरवाही देखने को मिल रही हैं। जवान की मौत के बाद जब डॉक्टर ने उनका पोस्टमार्टम किया।  तो सारी सच्चाई सामने आ गई।  पोस्टमार्टम की रिपोर्ट में साफ लिखा था। की मौत हार्ट अटैक से हुई थी।  और जेपी अस्पताल के डॉक्टरों ने कोरोना समझ कर आइसोलेशन वार्ड में मरीज को भर्ती कर दिया। हमीदिया अस्पताल के डॉक्टरों का कहना है कि समय रहते अगर पुष्पराज सिंह की इसीजी जांच की जाती एवं अन्य जांचे की जाती तो समय पर सही इलाज हो जाता। और पुष्पराज की जान बचाई जा सकती थी । 

आपको बता दे कि पुष्पराज को घबराहट और अन्य दिक्कत हो रही थी। जेपी अस्पताल के डॉक्टरों ने कोरोना समझ कर सैम्पल लिया। जिसके बाद पुष्पराज को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कर दिया गया। पुष्पराज टॉयलेट में गए एवं उन्हें वही पर हार्ट अटैक आ गया। डॉक्टर की इस लापरवाही एवं सही इलाज न मिलने के कारण पुष्पराज ने दम तोड़ दिया। 

  • मेरे बेटे की हत्या की है –

पुष्पराज सिंह का शव उनके परिजनों ने बुधवार को कमला नगर थाने के सामने रखकर हंगामा किया। पुष्पराज के माता पिता का कहना है कि पुलिस और प्रशासन मामला दबा रहे हैं।  और मेरे बेटे की हत्या की गई हैं। उनके मुंह नाक में खून के निशान पाए गए थे। और पीठ पूरी नीली पड़ गई थी। जिसे देख उनके पिता का कहना है कि मेरे बेटे की हत्या हुई हैं। उन्होंने उच्चस्तरीय जांच की  मांग की हैं। और कहा है कि उनकी पत्नी को नौकरी और मुआवजा की मिले। मोके पर एसडीएम संजय श्रीवास्तव और पुलिस के अधिकारी पहुंचे।  आश्वासन के बाद प्रदर्शन ख़त्म हुआ और अंतिम संस्कार किया गया।  

  • घटना पर पहुंचे पीसी शर्मा :-

 

कांग्रेस पिसी शर्मा घटना स्थल पर पहुंचे और उन्होंने कहा कि घटना के पीछे कोई साजिश हैं। विधायक का आरोप है कि कोविद मरीजों के इलाज पर कोई  ध्यान नहीं दिया जा रहा हैं।  उन्होंने राष्ट्रिय स्वास्थ मिशन की डायरेक्टर छवि भारद्वाज को फोन लगाया,और मैसेज भी किया उन्होंने ना तो फोन उठाया और न ही मैसेजो का जवाब दिया। पीसी शर्मा ने पीड़ित परिजनों को 50 लाख रूपए मुआवजा और पत्नी को नौकरी एवं मामले के न्याय की जाँच की मांग की हैं।  

  • परिजनों ने उठाए जांच पर सवाल :-

परिजनो ने मृतक की जांच के लिए साफ इंकार कर दिया उनका कहना है कि जेपी अस्पताल के डॉक्टर ही जांच करेंगे। वह जांच सही करेंगे हम कैसे मान ले । परिजनों की मांग हैं कि हमीदिया या एम्स के डॉक्टर ही जांच करेंगे ।

सूत्रों के अनुसार जेपी अस्पताल के तीन डॉक्टर डॉ वीके दुबे, डॉ बलराम उपाध्याय, डॉ एमएस खान को जांच की समिति बनाई गई हैं। अपने ही अस्पताल के डॉक्टर स्टाफ लगे आरोपों की जांच करने का जिम्मा दिया हैं। इसका विरोध मृतक के परिजन कर रहे हैं।   

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