भोपाल : अब कोयला कारोबारी अनिल जैन ने बैंक ऑफ बड़ौदा को लगाया 175 करोड़ चूना, CBI ने शुरू की जांच 

भोपाल : मप्र की राजधानी भोपाल के बैंक ऑफ बड़ौदा से 175 करोड़ रुपए के घोटाले का बड़ा मामला सामने आया है। ये घोटाले का आरोप किसीा और पर नहीं बल्कि शहर के कोयला कारोबारी अनिल जैन पर लगा है। 

बताया जा रहा है कि कोयला कारोबारी अनिल जैन ने बैंक से 90 से 180 दिन की लाइन ऑफ क्रेडिट लेकर 175 करोड़ रु. का लोन लिया था। उसे लोन 2014 में मिला था, जो 180 दिन की तय सीमा में लौटाना था, लेकिन जैन ने आज तक पैसा नहीं लौटाया।

बैंक के अनुसार, जैन ने लोन के लिए बड़े पैमाने पर अलग अलग शहरों में फैली कोल कंपनियों से कोयला मंगाने के फर्जी बिल पेश किए। कारोबारी जैन ने निखिल मर्चेंटाइल, श्याम और शिवम कोल ब्लॉक जैसी दर्जनों कंपनियों से बड़े पैमाने पर कोयला मंगाना और पेमेंट करना बताया। लेकिन बैंक ने जब जांच की तो पता चला कि ये सारी आपूर्ति हुई ही नहीं या जितनी हुई उससे कहीं गुना अधिक बताई गई।

बैंक ने बताया कि जैन ने कहा कि कंपनी में सब ठीक है, यह दर्शाने के लिए उसने फर्जी ऑडिट रिपोर्ट बनाकर 4 करोड़ का मुनाफा बताया, लेकिन तत्काल बाद दूसरी ऑडिट रिपोर्ट पेश करके उसने 112 करोड़ का नुकसान दिखाया।

बैंक ने बताया- जैन की कंपनी कोयले की ट्रेडिंग से जुड़ी थी। उसने कोयला खरीदी के नाम पर सबसे पहले 2010 में तीन अलग-अलग तरह की लाइन ऑफ क्रेडिट लिमिट लेकर 80 करोड़ रु. लोन लिया। फिर 2014 में लिमिट बढ़वाकर 175 करोड़ कर ली। 2017 के बाद जैन ने क्रेडिट लिमिट में मिला पैसा डायवर्ट करना शुरू कर दिया। 

बैंक ने बताया कि जैन ने साल 2017 के बाद इस लोन को विदेशों तक भेजा। एक विदेशी कंपनी के अवनी रिसोर्स के नाम 28.50 करोड़ रुपए का फॉरेन क्रेडिट लेटर जारी करवाया, लेकिन वहां से जो कोयला आयात करना बताया गया, वह कभी आया ही नहीं।

वहीं, अब इस मामलें में बैंक ने भोपाल स्थित सीबीआई दफ्तर में जैन व उसके परिजनों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है, जिसके बाद सीबीआई ने इसकी जांच शुरू कर दी है। सीबीआई ने जैन और उसके 6 पार्टनरों को भी आरोपी बनाया है।

इनपुट : दैनिक भास्कर 

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