भोपाल से खाईद जौहर की रिपोर्ट – नागरिकता संशोधन कानून को लेकर देशभर में इसका विरोध प्रदर्शन चल रहा है, तो कई जगहें ऐसी भी है जहां इस कानून का समर्थन किया जा रहा हैं। हालही में मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में इस कानून के खिलाफ कांग्रेस ने पैदल मार्च किया। इस दौरान प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने साफ़ तौर पर कहा की ये कानून मध्यप्रदेश में लागू नहीं होगा।
इसी बीच शुक्रवार को भोपाल में वकीलों ने इस कानून के समर्थन में मार्च निकाला। और सीएम कमलनाथ को यह नसीहत दे डाली। बता दे कि राष्ट्रभक्त अधिवक्ता परिषद (Nationalist Advocates Council) के देवेन्द्र सिंह रावत ने इस मार्च की अगुआई की। वकीलों ने नागरिकता कानून को राष्ट्र हित में बताते हुए इसका स्वागत किया हैं। साथ ही जन जागरण करने का फैसला लिया है। वकीलों की मानें तो जब तक ये कानून राज्य में लागू नहीं होता तब तक उनका ये आंदोलन जारी रहेगा।
इस दौरान वकीलों ने सीएम कमलनाथ पर भी हमला बोला, वकीलों ने कहा कि सीएम कमलनाथ ने ये शपथ ली है कि वो भारत के संविधान के प्रति सच्ची श्रद्धा और निष्ठा रखेंगे। ऐसे में मध्य प्रदेश में बिल पास ना करना सही बात नहीं हैं। वकीलों का कहना है कि भारत की संसद ने बिल पास करके कानून बनाया हैं। नागरिकता के मामले में सारे अधिकार केंद्र को संविधान ने दिए हैं।
गौरतलब है कि यह मार्च अरेरा हिल्स स्थित जिला अदालत से शुरू होकर वल्लभ भवन तक पहुंचने वाला था, लेकिन पुलिस ने इसे रास्ते में ही रोक दिया। पुलिस के प्रतिनिधियों को वकीलों ने मुख्यमंत्री कमलनाथ के नाम का ज्ञापन सौंपा।