भोपाल : अंतिम संस्कार पर भी पड़ी Corona की मार, विश्राम घाटों पर फिक्स किए गए दाम, अब चुकाना पड़ेंगे इतने पैसे
मध्यप्रदेश/भोपाल – मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में कोरोना का कहर अभी भी बना हुआ हैं। यहां आए दिन रिकॉर्ड तोड़ मामले सामने आ रहे हैं। इसके आलवा रिकॉर्ड तोड़ मरीज़ों की मौत भी हो रहीं हैं। हालात ये है कि शहर के शमशान घाटों पर अधिक संख्या में शव पहुंचने के चलते अंतिम संस्कार के लिए लकड़ी और कर्मचारी कम पड़ रहे हैं।
सबसे ज्यादा कोरोना प्रोटोकॉल के तहत शवों का अंतिम संस्कार भदभदा विश्राम घाट में किया जा रहा हैं। इसके बाद सुभाष विश्राम घाट में अंतिम संस्कार किए जाते हैं।
बता दे कि अब भोपाल में कोरोना की मार अब शवों के अंतिम संस्कार पर भी पड़ने लगी हैं। अपनों को आखरी विदाई देना लोगों के लिए महंगा होता जा रहा हैं। यहीं कारण है कि शहर के विश्राम घाटों पर हर चीज का दाम फिक्स कर दिया गया हैं।
भदभदा विश्राम घाट समिति के सचिव मम्तेश शर्मा ने बताया कि लोगों की सुविधा के लिए विश्राम घाट में जगह-जगह इस निर्धारित शुल्क के पोस्टर-बैनर लगवा दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि वर्तमान परिस्थितियों में भदभदा विश्राम घाट प्रबंधन को लकड़ी की व्यवस्था करने में काफी संघर्ष करना पड़ रहा हैं। वन विभाग और प्राइवेट वेंडरों के सहयोग से किसी तरह इस व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाया जा रहा हैं।
जानकारी के अनुसार पहले विश्राम घाट पर एक शव के अंतिम संस्कार के लिए 2600 रुपए लिए जाते थे, अब उसे बढ़ाकर 3500 रुपये कर दिया गया हैं।
भदभदा विश्राम में सामान्य देह के अंतिम संस्कार और कोविड प्रोटोकॉल वाली देह के लिए अलग-अलग रेट हैं। विश्राम घाट समिति ने कोरोना प्रोटोकॉल से होने वाले शवों के अंतिम संस्कार के लिए 3500 रुपए शुल्क रखा हैं। जबकि, सामान्य मृतक देह के अंतिम संस्कार का गोकाष्ठ शुल्क 3100 रुपए निर्धारित किया गया हैं। विद्युत शवदाह गृह में दाह संस्कार का शुल्क 1700 रुपए और लकड़ी की कीमत 1000 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित की गई हैं।