भोपाल जिला पंचायत अध्यक्ष उपाध्यक्ष चुनाव : BJP ने इसका फ़ायदा उठकर पलटी बाज़ी, अपनों को ही नहीं संभाल पाई Congress
भोपाल : शुक्रवार को राजधानी भोपाल में दिन भर सियासी घमासान चला। क्योंकि कल यहां जिला पंचायत अध्यक्ष उपाध्यक्ष का चुनाव था। चुनाव जीतने के लिए कांग्रेस-भाजपा दोनों ही दल आमने सामने रहें। जहां एक तरफ शुरुआत से ही कांग्रेस भोपाल में जीत का दावा कर रहीं थी तो वहीं, दूसरी तरफ ऐनवक्त पर बीजेपी ने बड़ा दांव खेला और कांग्रेस के चारों खाने चित्त कर दिए।
अध्यक्ष की कुर्सी के लिए हुई वोटिंग में ऐनवक्त पहले बीजेपी 4 सदस्यों को अपने पाले में ले आई। वहीं, कांग्रेस अपनों को ही नहीं संभाल पाई। ऐसे में उसे मुंह की खानी पड़ी।
दरअसल, जिला पंचायत के 10 में से 7 सदस्य जीतने के बाद से ही कांग्रेस की ओर से अध्यक्ष की दौड़ में रामकुंवर गुर्जर शामिल थीं। उनके लिए पति नवरंग नेताओं से भी संपर्क में थे, लेकिन वार्ड-10 से जीतीं रश्मि भार्गव को प्रमुख दावेदार माना जा रहा था। दूसरे नंबर पर बिजिया राजौरिया थीं। ऐसे में गुर्जर अध्यक्ष की रेस से पीछे हो गई थीं। यही फायदा बीजेपी ने वोटिंग से ऐनवक्त पहले उठा लिया। ऐसे में गुर्जर को अध्यक्ष की कुर्सी ऑफर की गई, तो उन्होंने बीजेपी का दामन थाम लिया।
इतना ही नहीं बीजेपी ने चुनाव जीतने के बाद रामकुंवर गुर्जर को अध्यक्ष भी बना दिया। वहीं, बीजेपी ने उपाध्यक्ष का पद अपने पास रखा है। मोहन सिंह जाट उपाध्यक्ष चुने गए हैं। यानी भोपाल की जिला सरकार को BJP ‘कांग्रेसी’ चेहरों की बदौलत चलाएगी।
बता दे कि पाला बदलने से पहले रामकुंवर गुर्जर कांग्रेस में थीं। वे खुद जिला कांग्रेस कमेटी की कार्यकारिणी सदस्य रही हैं और पति नवरंग गुर्जर उपाध्यक्ष रहे। 42 साल की रामकुंवर बैरसिया क्षेत्र की रहने वाली हैं। ऐसे में बैरसिया से बीजेपी विधायक विष्णु खत्री की भूमिका भी महत्वपूर्ण रही। इधर, नवनिर्वाचित अध्यक्ष गुर्जर वार्ड-6 से चुनी गई हैं। वे खुद कांग्रेस की सदस्य रही हैं। उनके पति नवरंग गुर्जर जिला उपाध्यक्ष रहे हैं। अब कांग्रेस पार्टी ने दोनों को हटा दिया है।