भोपाल : खूबसूरती पर दाग लगा रही सड़कें अब बन रही हादसों की बड़ी वजह, गुस्साएं लोगों ने "रेड सिग्नल" के रूप में लगाए झंडे
- राजधानी भोपाल की 50% सड़कें हुई जर्जर
- चूना भट्टी में 1 ही दिन में गिरे 6 लोग
- CM Shivraj की नाराज़गी के बावजूद भी सड़कों के हाल जैसे के तैसे
- 61 साल पुराना CPA भी ख़राब सड़कों के कारण चढ़ चुका है भेंट
भोपाल : बारिश के कारण राजधानी की 50% सड़कें जर्जर हो चुकी हैं। कोलार, होशंगाबाद रोड, रायसेन रोड, पुराने शहर, करोंद, अवधपुरी के मुख्य सड़कें तो जर्जर है ही, कॉलोनियां की सड़कें भी चलने लायक नहीं बची है।
खास बात ये है कि खराब सड़कों की वजह से ही 61 साल पुराना CPA (राजधानी परियोजना प्रशासन) भेंट चढ़ चुका है। 20 अगस्त को CM शिवराज सिंह खराब सड़कों को लेकर नाराज हुए थे और उन्होंने CPA को बंद करने की घोषणा की थी। इसके बाद जिम्मेदार एजेंसियों ने सड़कों की सुध ली, लेकिन बेहतर तरीके से मरम्मत न होने के कारण सड़कों की हालत अब पहले से भी ज्यादा बदतर हो गई है।
वहीं, भोपाल की खूबसूरती पर दाग लगा रही सड़कें अब हादसों की बड़ी वजह बन रही है। चूना भट्टी में 1 ही दिन में 6 लोग गिर गए। इनमें से एक को सिर में गंभीर चोंट आई और एंबुलेंस में हॉस्पिटल ले जाना पड़ा। रहवासियों का कहना है कि कोलार गेस्ट हाउस-चूना भट्टी चौराहे के बीच सीआई कॉलोनी के पास सड़क इतनी जर्जर है कि बाइक या ऑटो में बैठे लोग गिरकर जख्मी हो रहे हैं। रविवार को ऑटो में बैठकर जा रहे एक बुजुर्ग गिर गए। उन्हें एंबुलेंस में जेपी हॉस्पिटल ले जाना पड़ा।
इधर, गुस्साएं लोगों ने रास्ते में ही 'रेड सिग्नल' के रूप में झंडे लगा दिए। ताकि दूसरे हादसे का शिकार न हो सके और जिम्मेदार सड़कों की सुध ले लें।
रहवासियों ने बताया कि एक ही दिन में 6 लोग गिरे थे। रोज 8 से 10 लोग गिरते हैं। इसलिए रात में लाल रंग के झंडे लगा दिए हैं। ताकि इन्हें देखकर गाड़ियों की स्पीड कम हो जाए और कोई घायल न हो।
बता दे कि कोलार गेस्ट हाउस से बैरागढ़ चिचली तक करीब 10 किलोमीटर सड़क पूरी तरह से उखड़ी हुई है। सीवेज और पानी की पाइप लाइन बिछाने के बाद सड़कें बदहाल हो गई हैं। 20 अगस्त को CM शिवराज सिंह चौहान की नाराजगी के बाद PWD और नगर निगम ने गिट्टी और मिट्टी तो भर दी थी, लेकिन 2-3 दिन के भीतर ही सड़कों की हालत पहले जैसी ही हो गई है।