सावधान: आप भोपाल का पानी, (जहरीला पानी) पी रहे है, रिपोर्ट में हुआ चौका देने वाला खुलासा
- ये हीरे जैसा चमकने वाला पानी नहीं है साफ़
- आप रोज़ पी रहे है जहरीला पानी
- रिपोर्ट में हुआ चौका देने वाला खुलासा
- दिल्ली का है सबसे ख़राब पानी
- भोपाल का पानी भी नहीं है साफ़
दिल्ली/भोपाल : देश में साफ पानी और साफ हवा पर सा वातावरण पर हर नागरिक का अधिकार हैं। साफ पानी ना केवल हमारे रोजमर्रा के उपयोग की प्रमुख वस्तु में आता है, बल्कि सरकार का अपने प्रत्येक नागरिक के प्रति यह कर्तव्य भी है कि वह उसे साफ पानी मुहैया कराए। क्योंकि इसी के लिए तो नगर निगम पीएचई विभाग बनाए जाते हैं। अगर जनता से लिए जाने वाले टैक्स और बदले में विभाग द्वारा की जा रही कथित लापरवाही से यदि जनता को साफ पानी मुहैया नहीं हो पा रहा है तो इसका जिम्मेदार कौन हैं ? हम भारत के 21 जिलों की पानी से जुड़ी हुई 19 मानकों पर तैयार की गई रिपोर्ट आपको बता रहे है, जिसमें की समूचे देश में मुंबई के पानी को सबसे बेहतर तो वही राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली का पानी सबसे खराब यानी की रैंकिंग में 21 नंबर पर हैं।
अभी सबका ध्यान दिल्ली की आबो हवा पर है जिसका एक यूआई घटते बढ़ते 406 से 800 तक पहुंच रहा हैं। लेकिन आज हम आपका ध्यान दिलवाने जा रहे है, देश के राजधानियों के पानी के सैंपल की रिपोर्ट पर। जहा 19 मानकों पर तैयार हुई इस रिपोर्ट में दिल्ली के पानी के 11 सैंपल सभी मानकों पर फेल हुए, आंकड़े काफी हैरान करने वाले हैं। और उस सोई हुई सरकार को जगाने वाले भी हैं। बता दें कि यह आंकड़े स्वयं सरकार ने ही जारी किए हैं।
उक्त आंकड़े जारी करते हुए केंद्रीय उपभोक्ता मामले एवं खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री रामविलास पासवान ने कल शनिवार को शेरों की लिस्ट जारी करते हुए बताया कि दिल्ली का पानी सबसे खराब पाया गया हैं। यहां नल से आने वाले पानी का लोग पीने के पानी में उपयोग नहीं करते, जो कि हमारे मानकों को भी पूरा नहीं करता इसलिए हम ना ही किसी सरकार पर इस बात का दोष दे रहे हैं और ना ही इस सैंपल को लाने का उद्देश्य। हमारा उद्देश्य और मकसद साफ है की लोगों को साफ पानी पहुंचाना हैं। इसके साथ ही साथ मंत्री पासवान ने बताया कि पीने के पानी की जांच तीन चरणों में की जाएगी पहले चरण में सभी राज्यों की राजधानियों के पानी की जांच की जा रही हैं। जबकि दूसरे चरण में स्मार्ट सिटी के पानी की जांच भी की जाएगी। इसके साथ ही साथ तीसरे चरण में देश के सभी जिलों में जांच की जाएगी। उन्होंने बताया कि इस बारे में हम बीआईएस द्वारा भी अध्ययन करवा रहे हैं। यह सारी रिपोर्ट्स अगले साल तक आ जाएंगे।
गौरतलब है कि पहले भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बयान में कहा था कि हमारी सरकार का उद्देश्य 2024 तक प्रत्येक घर में साफ पानी पहुंचाने का है एवं हम इसी दिशा में काम कर रहे हैं।
चलिए अब आपको देश की प्रमुख राजधानियों के जल के सैंपल की रिपोर्ट रैंकिंग के आधार पर बताते हैं
यह रैंकिंग कुछ इस प्रकार से है पहले नंबर पर मुंबई, हैदराबाद, भुवनेश्वर, रांची, रायपुर, अमरावती, शिमला, चंडीगढ़, त्रिवेंद्रम, पटना, और मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल 11 नंबर पर हैं। उसके बाद गुवाहाटी बेंगलुरु गांधीनगर जम्मू जयपुर देहरादून चेन्नई कोलकाता और अंतिम 21वें नंबर पर देश की राजधानी दिल्ली।
यह आंकड़े देख कर आप समझ पा रहे होंगे कि आपके शहर आप की राजधानी एवं जहां आप रहते हैं उसके पानी की स्थिति क्या हैं। यदि आप यह पानी रोज पीते हैं तो यह आपको किस कदर बीमार कर देगा। खैर हम एक तरफ सरकार के इस पहल एवं जांच की तारीफ भी करते हैं और सरकार की मंशा पर बिना कोई सवाल खड़े किए यह उम्मीद करते हैं कि सरकार अपने तय नियोजित समय के अनुसार या उससे पहले ही लोगों को पीने का साफ पानी मुहैया करा सके।