मध्यप्रदेश :- एमपी में उपचुनाव से पहले जय आदिवासी युवा शक्ति संगठन यानि जयस फिर सक्रिय हो गया है उसकी सक्रियता ने कांग्रेस और बीजेपी के माथे पर शिकन ला दिया है चुनाव 4 सीटों पर है उनमें से मालवा में आने वाली दो सीट्स पर जयस अपना उम्मीदवार उतारने की तैयारी में है वो दोनो सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहा है इन दोनों सीट पर आदिवासी वोटर निर्णायक साबित होते हैं इसलिए बीजेपी और कांग्रेस दोनों दलों की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रहीं है।
मध्यप्रदेश में वैसे तो आदिवासियों की आबादी 22 फीसदी है और ये विधानसभा की 95 सीटों पर निर्णायक भूमिका में रहते हैं लेकिन अभी मध्यप्रदेश में चार सीटों पर उपचुनाव होना है इनमें खंडवा लोकसभा के अलावा जोबट,पृथ्वीपुर और रैगांव विधानसभा के लिए उपचुनाव है खंडवा लोकसभा क्षेत्र में 8 विधानसभा की सीटें हैं जिनमें से 4 सीटें आरक्षित हैं.लेकिन सबसे बड़ी बात इस क्षेत्र में 6 लाख से ज्यादा आदिवासी वोटर हैं,जो चुनाव में अहम भूमिका निभाते हैं।
हलाकि दमोह सीट पर उपचुनाव में मिली जीत से कांग्रेस उत्साहित है लेकिन जयस ने उसकी खुशी में थोड़ा खलल जरूर डाल दिया है महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष अर्चना जायसवाल का कहना है कांग्रेस खंडवा और जोबट समेत सभी चारों उपचुनाव जीतेगी वहीँ खंडवा लोकसभा सीट बीजेपी के नंदकुमार सिंह चौहान के कोरोना से निधन के कारण खाली हुई है जोबट विधानसभा सीट कांग्रेस की विधायक कलावती भूरिया का कोरोना के काऱण निधन से खाली हुई है बीजेपी इन दोनों सीटों पर फतह के लिए अपनी अलग रणनीति बना रही है अभी हाल ही में बीजेपी कार्यसमिति की बैठक में भी इस पर चर्चा हो चुकी है वो योग्य उम्मीदवारों की तलाश में है।