अंजड़ : नगर की कृषि उपज मंडी में आज कपास की आवक बढ़ने के साथ भ्रस्टाचार भी बढ़ने का मामला आया सामने

कृषि उपज मंडी में सी सी आई कर रही किसानों से दोगले व्यवहार
 अंजड़ से हेमंत नागझिरिया की रिपोर्ट : –
नगर की कृषि उपज मंडी में आज कपास की आवक बढ़ने के साथ-साथ भ्रस्टाचार बढ़ने का मामला भी सामने आया है किसानों का आरोप है कि कृषि उपज मंडी में सी सी आई द्वारा किसानों का कपास नही लिया जा रहा जिसे व्यापारी बहुत कम दाम पर खरीद रहे है और जो किसान व्यापारी को पावती दे रहे है या जो कपास व्यपारियो का है उसे दलालों द्वारा अच्छा भाव दे कर खरीदा जा रहा है किसान रामु यादव ने बताया कि मेरा कपास अच्छा सूखा था पर सीसीआई ने नही ख़रीदा उस कपास को व्यपारियो द्वारा उसे 3700 रुपये कुवेंटल खरीदा गया  लेकिन विरोध करने पर जब बैल गाड़ी से मंडी के गेट को रोक गया तो मुझे सीसीआई ने उसी कपास के 5496 रुपये भाव दिया उनका कहना है कि इस तरह से जो किसान विरोध नही करते उनका कपास बहुत कम में लिया जाता है एवं उनको काफी नुकसान होता है किसानों का आक्रोश देखते हुए मंडी में तहसीलदार भागितरथ वखला आये एवं उन्होंने किसानों की बात सुनी किसान सचिन यादव जितेन्द्र पाटीदार ने तहसीलदार को बताया कि सीसीआई द्वारा किसानों के साथ भेद भाव किया जा रहा है अतिवृष्टि की कारण किसानों के कपास की कॉवलिटी थोड़ी कम हो गए है लेकिन किसान कपास में मिलावट करके नही लाता सीसीआई किसान का कपास ए, बी, सी, एवं डी ग्रैड में खरीदी करे चाहे डी ग्रैड का कपास का भाव5000 रुपये हो व्यापारी भाव बहुत कम दे रहे है कुछ किसानों का आरोप है कि सीसीआई अधिकारी बिना मॉस्चर मशीन के है कुछ किसानों का कपास खरीदी कर रहे है जो व्यापारियों द्वारा भेजआ गया है अधिकारी से पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि मशीन लगाना जरूरी नही है हमे हाथ से भी पता चल जाता है जी कही न कहीं भ्रस्टाचार की ओर इशारा करता है वही सेग्वाल से आये किसान ने बताया कि हमे 36 किलो मीटर से आने पड़ता है कपास जल्दी बचने के लिये हमें 1 दिन पहले श्याम को निकाल ना पड़ता है लेकिन रात में रुकने के मंडी मैं कोई अच्छी व्यवस्था नही है ठंड पड़ने पर भी बाहर ही सोना पड़ता है एवं सोचालय की कोई व्यवस्था नही है खुले में जाना पड़ता है l                                                                                                                                                                              

Exit mobile version