इस बार अमरनाथ यात्रा नहीं होगी. कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों की वजह से अमरनाथ यात्रा रद्द किये जाने का फैसला लिया गया है.
श्रीनगर: इस साल अमरनाथ यात्रा नहीं होगी. जम्मू एवं कश्मीर के उपराज्यपाल जीसी मुर्मू ने अमरनाथ यात्रा के विषय में आज बैठक बुलाई थी . इस बैठक में अमरनाथजी श्राइन बोर्ड (एसएएसबी) के प्रमुख सदस्य और अन्य प्रशासनिक अधिकारी शामिल हुए .
मिली जानकारी के अनुसार लंबी चर्चा के बाद सर्वसम्मति से अमरनाथ यात्रा रद्द किए जाने का फैसला लिया गया. उपराज्यपाल अमरनाथ श्राइन बोर्ड (एसएएसबी) के अध्यक्ष भी हैं.
अमरनाथ यात्रा रद्द करने की एक बड़ी वजह कोरोना (Corona)वायरस के लगातार बढ़ते मामले हैं. जम्मू-कश्मीर में अब तक 14650 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हुए हैं. इनमें से 254 लोगों की मौत हुई है. 8274 मरीज ठीक हो चुके हैं और 6122 मरीजों का इलाज चल रहा है.
कोरोना के चलते परिस्थितियों के आधार पर अमरनाथजी श्राइन बोर्ड ने निर्णय लिया कि इस वर्ष की अमरनाथजी यात्रा को आयोजित करना और संचालन करना उचित नहीं है। आदेश में यात्रा को रद्द करने की घोषणा करने पर खेद भी व्यक्त किया गया है। इससे पहले जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने 21 जुलाई से यात्रा आरंभ किए जाने की संभावना जताई थी। इसमें यह अनुमान लगाया जा रहा था कि रोज केवल 500 यात्रियों को जाने की अनुमति होगी। इस सिलसिले में सुप्रीम कोर्ट ने भी एक सब-कमेटी गठित की थी। कमेटी की बैठक की अध्यक्षता मुख्य सचिव बीवीआर सुब्रह्मण्यम ने की थी। इस बैठक में यह निर्णय लिया गया कि कोरोना संक्रमण के चलते इस साल बाबा अमरनाथ की यात्रा का आयोजन नहीं होगा। फिलहाल यात्रा को टाल दिया गया है। दक्षिण कश्मीर में श्री अमरनाथ जी की पवित्र गुफा में बाबा बर्फानी करीब 13 फीट में विराजमान हैं। छड़ी मुबारक का नेतृत्व करने वाले दीपेंद्र गिरि ने कहा कि साल 1996 में भी प्राकृतिक आपदा के कारण विकट स्थिति बनी थी।