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महँगाई की मार : पेट्रोल, डीजल, गैस सिलेंडर के बाद अब रसोई का बजट भी बिगड़ा

महँगाई की मार : पेट्रोल, डीजल, गैस सिलेंडर के बाद अब रसोई का बजट भी बिगड़ा … 

भोपाल/ मध्यप्रदेश में गुज़ारा करना अब आमजन के लिए मुश्किल होता जा रहा हैं। शासन  चारों तरफ से लोगो के लिए समस्या पैदा करता जा रहा है। खाने से लेकर आवाजाही तक हर जगह प्रदेश के लोग महँगाई की मार से जूझ रहे है। 
पेट्रोल, डीजल के साथ अब रसोई की सामग्री की कीमतों में भी वृद्धि देखने को मिली है। चारों तरफ से महंगाई की वजह से आमजन हर छोटी चीज़ को लेकर परेशान है। 
बीते एक वर्ष से वैसे भी आमजन लॉकडाउन में परेशान है। और यह सोचते थे कि लॉकडाउन खुलने के बाद सब कुछ पहले की तरह ठीक हो जाएगा। लॉकडाउन में जिन्हें खाना नही मिल रहा था वह यही सोच रहे थे कि जल्द ही सब कुछ पटरी पर आ जायेगा। 
बेशक आज नही तो कल लॉकडाउन खुलना था। लेकिन सरकार से उम्मीद थी कि वह लोगों की समस्याओं को कम करेगी। जिन लोगों को लॉकडाउन में दो वक़्त का भोजन तक नसीब नही हुआ वह यह सोचते थे कि लॉकडाउन खुलने पर उन्हें काम नही तो कम दाम में कम से कम भोजन तो नसीब होगा। परंतु सरकार ने तो यहां लोगो से दो वक्त का भोजन तक छीन लिया। लोगो की परेशानी उस वक़्त अगर 10 प्रतिशत थी तो अब 90 प्रतिशत हो गयी है। 
लोग सवाल पूछें तो किससे पूछे? न्याय मांगे तो किससे मांगे? अपनी समस्याएं बताये तो आखिर किसको बताये?  पिछले महीने में प्याज, दाल, खाने का तेल सहित मसालों के दाम में भी तेजी देखी गई। प्याज़ की कीमतें जनवरी की तुलना में 25 प्रतिशत से 30 प्रतिशत अधिक रही। वहीं मसूर और उडद दाल की कीमतें जनवरी की तुलना में 10 फीसदी बढ़ी है। जबकि इस वक़्त अरहर की कीमतों में 20 फीसदी तक उछाल देखी गई। थोक खाद्य तेल की कीमतें इस साल विभिन्न तेलों के लिए 30 से 60 फीसदी तक बढ़ गई है। 
रसोई सामग्री की कीमत बढ़ी- अगर देखा जाए तो रसोई में सबसे ज़्यादा दाल, चावल, रिफाइंड तेल, सरसो का तेल या फिर डालडा आदि का उपयोग होता है। इन चीजों के दाम में अंधाधुंध वृद्धि आई है।  खाद्य तेल की कीमतें चरम पर है। सोयाबीन(रिफाइंड) तेल की कीमत कुछ समय पहले 95 रुपए प्रति लीटर थी। अब यही रिफाइंड 140 रुपए प्रति लीटर मिल रहा है। हर दाल की कीमत 15 से 25 रुपए किलो बढ़ गई है। प्याज़ भी अब 40 रुपए किलो बिक रहे है। 

गैस सिलिंडर: रसोई गैस के दाम फरवरी में 3 बार बढ़े। मार्च के पहले सप्ताह में ही 25 रुपए दाम बढ़े। पहले 800 रुपए था जो कि अब 825 हो गया है। 
फरवरी में 4 तारीख  को 25 रुपए दाम बढ़े, 15 फरवरी को 50 रुपए और 25 फरवरी को 25 रुपए बढ़े। अब 1 मार्च को 25 रुपए और महँगा हो गया सिलिंडर।

पेट्रोल- पेट्रोल के दाम में इजाफा पिछले माह में सबसे ज़्यादा रहा। 1 फरवरी को पेट्रोल 93.99 प्रति लीटर था। जो की फरवरी अंत तक 99.23 पर पहुंच गया। वर्तमान में पेट्रोल के दाम 99.21 प्रति लीटर  है। 

डीजल- बढ़ती कीमतों के साथ डीजल के दाम भी फरवरी माह में बढ़े। 1 फरवरी को डीजल के दाम 84.42 थे जो कि फरवरी अंत तक 89.71 पहुंच गए। 

पेट्रोल, डीजल के बढ़ते दामो की वजह से बस ऑपरेटर्स अब यात्रियों का किराया बढ़ाने की भी मांग कर रहे है। सरकार ने 1 मार्च को किराया बढ़ाने के लिए कहा था। परंतु अभी किराया नही बढ़ाया गया। अगर बस यात्रियों का किराया भी बढा दिया गया तो लोगो के लिए यह एक नई समस्या बन कर उभरना तय है।

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