Gwalior : पिता ने लॉकडाउन में निकलने से मना किया तो वह संसार से ही चला गया

Gwalior Desk

कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे के कारण लॉकडाउन लगातार बढ़ता जा रहा है। यह लॉकडाउन तब तक जारी रहने का अंदेशा है जब तक कि हम कोरोना वायरस पर फतह नहीं पा लेते। इसी लॉकडाउन के बीच एक 15 वर्षीय बच्चे ने आत्महत्या कर लिया। ग्वालियर के गोले मंदिर निवासी नवल किशोर राठोड़ के बेटे ने फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। उसके पीछे वजह सिर्फ इतनी सि थी कि उसके पापा ने उसे लॉकडाउन में बाहर निकलने से मना किया था। 

ग्वालियर के गोले के मंदिर में एक कॉलनी है सूर्य विहार। मृतक के पिता नवल किशोर का अपने घर के पास में ही किराना दुकान है। लेकिन लॉक डाउन के चलते यह दूकान भी अभी बंद है। शनिवार शाम को उनका बेटा 15 वर्षीय राज राठौर घर के बाहर जा रहा था। इस पर उन्होंने उसे डांटते हुए घर में ही रहने के लिए कहा। साथ ही यह भी बताया कि कोरोना से बचाव जरुरी है और पुलिस भी बाहर खड़ी है। इस पर बेटा नाराज होकर अपने रूम में चला गया। शाम 7 बजे जब पिता उसे बुलाने गए तो देखा कि अंदर से दरवाजा बंद था। काफी नॉक करने के बाद भी दरवाजा नहीं खोला। इस पर उन्होंने खिड़की से देखा तो राज फांसी पर लटका था। तत्काल दरवाजा तोड़कर उसे नीचे उतारा और अस्पताल ले जाने का प्रयास किया। पर उस समय तक काफी देर हो चुकी थी।

फांसी की सूचना मिलते ही गोला का मंदिर थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने शव को निगरानी में लेकर घर घटना स्थल की जांच की है। कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। पुलिस ने शव को डेड हाउस में रखवा दिया है। रविवार को पोस्टमार्टम कराया जाएगा।

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