नरेंद्र मोदी ने संसद में सुनाई फिल्म शूटिंग की कहानी ,जानिए फिल्म जगत के किस अभिनेता के फिल्म के बारे में बताया
नई दिल्ली :-राज्यसभा के सभापति एम वेंकया नायडू ने संसद का शीतकालीन सत्र समाप्त होने पर नरेंद्र मोदी की एक आदिवासी महिला संसद से मुलाकात कराई। महिला सांसद ने 67 साल के संसदीय इतिहास में पहली बार संथाली में अपना सम्बोधन दिया। इस महिला संसद का नाम सरोजिनी हेम्ब्रम है।
अभिवादन के बाद तभी पीएम मोदी अचानक से मिथुन चक्रवर्ती की फिल्म “मृगया” की शूटिंग की कहानी सुनाने लगे ,यह फिल्म 1976 में आयी थी। उन्होंने बताय की शूटिंग के दौरान जब मिथुन ने अंगूठे के सहारे से धनुष तब वह पर उपस्थित आदिवासी समाज भड़क गया और इसका विरोध करने लगा , आदिवासी समुदाय ने उसी वक़्त मिथुन को एकलव्य की कहानी सुनाई जिन्होंने अपने गुरु द्रोणाचार्य के कहने पर अपने दाहिने हाथ के अंगूठे को दान स्वरुप भेंट किया था। आदिवासियों के अनुसार अंगूठे का इस्तेमाल तीर धनुष चलाने के लिए नहीं होना चाहिए। अब फिर क्या था मिथुन को तीर धनुष बिना अंगूठे के इस्तेमाल किए चलाना सीखना पड़ा।
बता दे की यह फिल्म 1976 के एक मशहूर फिल्म निर्देशक मृणाल सेन की थी। यह मिथुन चक्रवर्ती के करियर की बेस्ट फिल्म रही। उनके अभिनय की काफी सराहना की गयी। बिना अंगूठे के इस्तेमाल के तीर धनुष चलाना दर्शको को काफी मोहित किया। इस वजह से उन्हें बेस्ट एक्टर अवार्ड से भी सम्मानित किया गया।
हांलाकि इस फिल्म के बाद लम्बे वक़्त तक मिथुन को कोई फिल्म नहीं मिली। उन्हें कई दिनों तक बेरोजगार रहना पड़ा।
मृगया फिल्म एक ऐसे संथाल आदिवासी लड़के की कहानी है जो अंग्रेज़ों द्वारा अपनी पत्नी पर हो रहे यौन शोषण के खिलाफ आवाज़ बुलंद करता है।