Digvijay के साथ हुए विवाद में Umang Singhar पाए गए दोषी, क्या Kamalnath सरकार उठाएगी मंत्री के खिलाफ कोई ठोस कदम?
- उमंग सिंघार का दिग्विजय सिंह से हुआ था विवाद
- केंद्रीय अनुशासन समिति ने उमंग सिंघार को पाया दोषी
- दिग्विजय के खिलाफ खोला था मोर्चा
- अब सिंघार पर छा रहे है संकट के बादल
Bhopal : मध्यप्रदेश की कांग्रेस सरकार की मुश्किलें अब बढ़ती हुई नज़र आ रहीं हैं। इसके साथ ही कमलनाथ सरकार में वन मंत्री उमंग सिंघार पर भी संकट के बादल छाते हुए नज़ए आ रहे हैं। मालूम हो कि बीते कुछ महीनों पहले कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह और उमंग सिंघार के बीच विवाद हो गया था। विवाद इतना बढ़ गया था की, उमंग सिंघार ने दिग्विजय सिंह के खिलाफ गंभीर आरोप लगाते हुए कहा था कि दिग्विजय अवैध रेत उत्खनन और शराब कारोबार में शामिल हैं। साथ ही कहा था कि दिग्विजय पर्दे के पीछे से सरकार चला रहे हैं। विवाद बढ़ने के बाद ये मामला कांग्रेस की अनुशासन समिति को भेजा गया था ।
अब इस मामले में वन मंत्री उमंग सिंघार की मुश्किलें बढ़ती हुई नज़र आ रहीं हैं। बताया जा रहा है कि केंद्रीय अनुशासन समिति के अध्यक्ष ए के अंटोनी की रिपोर्ट के परीक्षण में पूर्व लोकसभा स्पीकर शिवराज पाटिल और मीरा कुमार ने उमंग सिंघार को दोषी माना हैं। अब इस रिपोर्ट पर केंद्रीय आलाकमान फैसला करेगा।
वहीं, दूसरी तरफ अब बीजेपी के हाथों एक और मौका आ गया है जब वो कांग्रेस सरकार पर हमला बोल रहीं हैं। बीजेपी की मानें तो उमंग सिंघार के आरोपों की सच्चाई सामने आना चाहिए। अब देखने वाली बात ये होगी की क्या कमलनाथ सरकार अपने मंत्री के खिलाफ कोई ठोस कदम उठाती है या नहीं। चुकी उमंग सिंघार को झारखण्ड का स्टार प्रचारकों की सूची में शामिल किया गया हैं।