पेट्रोल-डीज़ल के बाद अब प्रदेश का खर्च चलाने के लिए बिजली के दाम बढ़ाने को तैयार "शिव राज" सरकार
भोपाल से खाईद जौहर की रिपोर्ट – मध्यप्रदेश में आम आदमी को फिर तगड़ा झटका लग सकता हैं। कोरोना काल के दौरान आम आदमी की जेब भारी और कमर टूटने वाली हैं। बता दे कि सरकार ने अब बिजली के दामों में इज़ाफ़ा करने की तैयारी कर ली हैं। मालूम हो की इस समय मप्र में महंगाई ने आम आदमी की कमर को पहले ही तोड़ रखा हैं। मध्यप्रदेश में सरकार पेट्रोल डीज़ल पर पहले से ही ज़्यादा टैक्स वसूल कर रही हैं। जिसके कारण यहां पेट्रोल की कीमत 90 रुपए को भी पार कर चुकी हैं। इसी बीच अब सरकार बिजली के दामों में इज़ाफ़ा करने को तैयार हैं।
मध्य प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने साफ शब्दों में कह दिया है कि प्रदेश का खर्च चलाने के लिए बिजली के दाम बढ़ना जरूरी हैं। उन्होंने साफ कह दिया कि निश्चित तौर पर मध्य प्रदेश का खर्च चलाने के लिए आय की जरूरत है और मध्य प्रदेश का एक बहुत बड़ा आय स्रोत बिजली हैं। लिहाजा बिजली के दाम बढ़ना जरूरी हैं। इसके साथ ही प्रद्युम्न सिंह तोमर ने साफ कहा कि विद्युत नियामक आयोग जो तय करेगा उसे हम जरूर मानेंगे। यानी यह साफ है कि आने वाले दिनों में अगर बिजली के दाम बढ़ते हैं तो इसमें सरकार का पूरी तरह से समर्थन रहेगा।
गौरतलब है कि प्रदेश की तीनों बिजली कंपनियां बिजली का टैरिफ बढ़ाए जाने का प्रस्ताव पहले ही विद्युत विनियामक आयोग को दे चुकी हैं। कोरोना संक्रमण की वजह से दावे आपत्तियों का निराकरण नहीं हो सका हैं। इस वजह से अब तक बिजली के दाम नहीं बढ़े हैं बिजली कंपनियों को 2000 करोड से ज्यादा का घाटा दिखाकर दाम बढ़ाए जाने का प्रस्ताव विनियामक आयोग को दिया हैं। माना जा रहा है कि अब अगले साल बिजली के दामों में बढ़ोतरी होगी।