Delhi Election 2020 :- केजरीवाल के हनुमान चालीसा पढ़ने पर शिवराज ने बनाया मज़ाक, जानिए क्या कहा
नई दिल्ली / गरिमा श्रीवास्तव :- इन दिनों भाजपा और आप दोनों पार्टियों का एक दूसरे पर सियासी हमला तेज़ है। दिल्ली चुनाव के दौरान दोनों पार्टियों ने कुछ ज़्यादा ही वक़्त एक दूसरे का मज़ाक बनाने में दिया है।
मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) ने अरविन्द केजरीवाल(Arvind Kejrival) के हनुमान चालीसा पढ़ने पर भी कमेंट किया है।
शिवराज ने कहा कि केजरीवाल बहुत घबराए हुए हैं और उनकी घबराहट का अंदाजा इसी से लगा सकते हैं कि अचानक उन्होंने हनुमान चालीसा पढ़ना शुरू कर दिया है- संकट कटे मिटे सब पीरा, जो सुमिरै हनुमत बलबीरा…।
शिवराज का कहना है कि दिल्ली की जनता भारतीय जनता पार्टी के साथ है और भाजपा का साथ देते हुए दिल्लीवालों ने केजरीवाल से कहना शुरू कर दिया है कि-“भूत पिशाच निकट नहीं आवै, महावीर जब नाम सुनावै”!
केजरीवाल की घबराहट का अंदाजा इसी से लगा सकते हैं कि अचानक उन्होंने हनुमान चालीसा पढ़ना शुरू कर दिया है- संकट कटे मिटे सब पीरा, जो सुमिरै हनुमत बलबीरा… दिल्लीवालों ने केजरीवाल से कहना शुरू कर दिया है कि- — Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) February 6, 2020 “>http:// केजरीवाल की घबराहट का अंदाजा इसी से लगा सकते हैं कि अचानक उन्होंने हनुमान चालीसा पढ़ना शुरू कर दिया है- संकट कटे मिटे सब पीरा, जो सुमिरै हनुमत बलबीरा… दिल्लीवालों ने केजरीवाल से कहना शुरू कर दिया है कि- — Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) February 6, 2020
भूत पिशाच निकट नहीं आवै, महावीर जब नाम सुनावै! #BJP45PlusInDelhi pic.twitter.com/kJ8PlZJU9v
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शाहीनबाग पर शिवराज ने बात करते हुए कहा कि पीएफआई का साथ हमेशा से आम आदमी पार्टी ने दिया है। PFI की फंडिंग आप कर रही है। सरे तार आम आदमी पार्टी से जुड़े हुए हैं। साथ ही साथ शिवराज ने सीधा निशाना आप के अरविन्द केजरीवाल पर साधा है। उन्होंने कहा कि आप हिंसा करने वालों के साथ है।
दिल्ली चुनाव के रिजल्ट की बात करते हुए शिवराज ने कहा कि 11 तारीख को सभी का फैसला हो जाएगा। यह आप और कांग्रेस मिलकर कितनी भी कोशिश कर ले पर चुनाव जीतने वाली पार्टी भाजपा होगी।
अब यह तो आप सबको आने वाले 11 फरवरी को ही देखने को मिलेगा कि आखिर दिल्ली किसकी होती है और किसकी नहीं। किसके सिर पर ताज सजेगा और किसका ताज चीन लिया जाएगा।