नही खुलेंगे शराब की उपदुकानें लेकिन शराब प्रसार के लिए पर्यटन स्थलों पर खुलेंगे 15 नए आउटलेट
नही खुलेंगे शराब की उपदुकानें लेकिन शराब प्रसार के लिए पर्यटन स्थलों पर खुलेंगे 15 नए आउटलेट
मध्य प्रदेश सरकार यानि की सीएम कमलनाथ ने प्रदेश में शराब की कई उपदुकाने खोलने के अपने फैसले में फिलहाल अंकुश लगा दिया है लेकिन उसके बावजूद शराब के प्रसार के लिए पर्यटन स्थल पर 15 नए आउटलेट खोलने का फैसला लिया गया है। इस साल ये सारे फैसले आबकारी व्यवस्था में राजस्व बढ़ाने को लेकर सरकार द्वारा नए-नए नियम बनाए जा रहे है।
जानें सबसे नया और चुनिंदा उपाय
आय बढ़ाने को लेकर सबसे नया उपाय विदेशी शराब के प्रदाय को ऑनलाइन करना है यानी कि अब आप घर बैठे बैठे शराब की बोतल मंगा सकते हैं। इसके लिए आपको रात में सड़कों में घूमकर शराब की दुकानें ढ़ूढ़ने के लिए परेशान नही होना पड़ेगा। सरकार का दावा है कि इस व्यवसाय पर प्रभावी नियंत्रण के लिए प्रत्येक बोतल में बारकोड लगाया जाएगा और हर बोतल की निगरानी की व्यवस्था की जाएगी लेकिन यह संभव हो पाएगा या नहीं यह ऐसा करने के बाद ही पता चलेगा।
अंगूर उत्पादक किसानों की बढ़ेगी आय
सरकार अंगूर उत्पादक किसानों की आय को बढाने के लिए अंगूर से बनाई जाने वाली शराब की प्रसार के लिए पर्यटन स्थलों पर 15 नए आउटलेट खोलेगी। इन आउटलेटओं की फीस 10000 रू वार्षिक रहेगी। बता दें कि सरकार ने कड़ी आलोचना की चलते उप दुकाने नहीं खोलने का निर्णय लिया है। प्रदेश की सभी 2544 देसी मदिरा दुकानों एवं 1061 विदेशी मदिरा दुकानों का निष्पादन पिछले साल की तुलना में 25% की वृद्धि की टेंडर से नीलामी या नवीनीकरण से किया जाएगा। प्रदेश के चार बड़े महानगरों इंदौर ,भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर में दुकानों के 2-2 समूह 12 नगर निगमों वाली जिलों में दुकानों का एक समूह और शेष 36 जिलों में नवीनीकरण लॉटरी या ई टेंडर के माध्यम से दुकानें खोली जाएंगी ।