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दबाव में नहीं आएंगे न ही डरकर गलत कार्य का सपोर्ट करेंगे- अभिषेक चतुर्वेदी

  • नेता ठेकेदारों की धमकी को एक उपयंत्री ने खुला चैलेंज दिया
  • दबाव में नहीं आएंगे न ही डरकर गलत कार्य का सपोर्ट करेंगे।

नेता ठेकेदारों की धमकी को एक उपयंत्री ने खुला चैलेंज करते हुए जवाब देने के लिए कुछ अलग ही ढंग से प्रदर्शन किया। रविवार को उपयंत्री अभिषेक चतुर्वेदी अपनी लाइसेंसी बंदूक लेकर गाड़ी से सुबह 9 बजे भगवा ओढ़कर तहसील ग्राउंड पर पहुंचे और चबूतरे पर बैठकर धरना शुरू कर दिया। दोपहर 12 बजे तक तीन घंटे वे धरने पर बैठे रहे और धमकी देने वालों का इंतजार करते रहे, लेकिन जब कोई नहीं पहुंचा तो उन्होंने धरना समाप्त कर दिया।

दरअसल स्वास्थ्य विभाग के निर्माण कार्यों की मॉनीटरिंग करने वाले सीएमएचओ कार्यालय में संविदा पर पदस्थ उपयंत्री अभिषेक चतुर्वेदी तथाकथित नेता ठेकेदारों की धमकियों से परेशान हैं, जिसके चलते उन्होंने ऐसे लोगों को प्रेस विज्ञप्ति जारी करके चेतावनी दी थी कि जिन भी लोगों को उनके साथ जो कुछ भी करना है वह 8 दिसंबर को तहसील ग्राउंड आकर कर सकते हैं। उसके बाद वे रविवार को तहसील ग्राउंड पर बंदूक लेकर पहुंचे थे।

चतुर्वेदी का यह भी कहना है कि वह किसी के दबाव में नहीं आएंगे न ही डरकर गलत कार्य का सपोर्ट करेंगे। उन्होंने बताया कि कुछ लोग निर्माण कार्य के रूप में नियम विरुद्ध या अपने हिसाब से कार्य कराना चाह रहे हैं और मना करने पर वह धमका रहे हैं, जिसके बाद उन्होंने उनको चैलेंज दिया था कि जिसको जो करना है वह तहसील ग्राउंड पर आकर उनसे निपट ले, लेकिन यहां कोई नहीं आया।

उन्होंने अपने इस अनूठे विरोध प्रदर्शन को धर्मयुद्ध की संज्ञा देते हुए धर्म की विजय होना बताया है। हालांकि उपयंत्री द्वारा किसी का नाम नहीं लिया गया है न ही नाम लेकर आरोप लगाए गए हैं। उन्होंने कहा जिस तरह से धमकी दी जा रही है, उसी तरीके से मैंने जबाव देना उचित समझा। इस अनूठे प्रदर्शन की दिनभर शहर में चर्चा बनी रही।

इस संबंध में सीएमएचओ डॉ. आरके बजाज का कहना है कि पता नहीं उपयंत्री का कुछ व्यक्तिगत मैटर है। मैंने पूछा भी था, लेकिन उन्होंने कुछ बताया नहीं। यदि विभागीय समस्या होती तो बैठकर समझाते और हल कराई जाती, लेकिन विभागीय कोई मैटर नहीं है। व्यक्तिगत परेशानी है, जिसके संबंध में मुझे कुछ नहीं बताया गया।

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